कॉस्मेटिक कारोबारी हत्याकांड: पुलिस ने दो सगे भाइयों को किया गिरफ्तार, बताई हत्या की वजह
लखनऊ, अमृत विचार। आशियाना पुलिस ने कॉस्मेटिक कारोबारी की हत्या का खुलासा शनिवार को कर दिया। इस मामले में दो सगे भाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी 14 साल से कारोबारी के यहां किराएदार थे। मकान को कब्जा करना चाहते थे। दो साल से किराया नहीं दिया था। मकान बेचने की जानकारी हुई तो कारोबारी की हत्या कर दी।
वारदात को लूट का रूप देने के लिए शव को बाइक से गोसाईंगंज स्थित इंदिरा नहर में फेंका। बाइक, रेनकोट, अंगूठी और मोबाइल दूसरे स्थान पर फेंक दिया। पुलिस ने गुरुवार को शव रायबरेली के शिवगढ़ से बरामद किया। इसके बाद वारदात कड़ियां जोड़ते हुए खुलासा किया है।
डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि 15 अगस्त को रायबरेली के शिवगढ़ से कारोबारी वीरेंद्र नरुला (70) का शव बरामद हुआ। इस मामले में रामनगर निवासी सुखविंदर उर्फ विक्की और उसके भाई अजीत उर्फ टीटू को गिरफ्तार किया गया है। दोनों ने 11 अगस्त को वीरेंद्र नरुला की गला घोंट कर हत्या की थी। आरोपियों की निशानदेही पर कारोबारी की बाइक, अंगूठी और मोबाइल भी मिला।
पूछताछ में सुखविंदर ने बताया कि वीरेंद्र बीते कुछ वक्त से मकान बेचना चाहते थे। 11 अगस्त को वह एक ब्रोकर को लेकर आए थे। जो मकान देखने के बाद लौट गया था। इस बीच वीरेंद्र और सुखविंदर के बीच मकान बेचने को लेकर कहासुनी हुई। सुखविंदर और उसके भाई अजीत को डर था कि ब्रोकर की मदद से मकान जल्दी ही बिक जाएगा। ऐसे में सगे भाइयों ने वीरेंद्र के साथ मारपीट करते हुए उन्हें धक्का देकर गिरा दिया था। फिर गला दबा कर हत्या की थी।
सिर पर बांधी पगड़ी, बाइक से ले जाकर फेंका शव
वारदात के वक्त घर में सुखविंदर और अजीत ही मौजूद थे। पिता हरिवंश और मां बाहर गए थे। इस दौरान ही सगे भाइयों ने वीरेंद्र की हत्या की। फिर देर रात शव को बाइक पर रख कर गोसाईंगंज के पास इन्दिरा नहर में फेंक दिया था। किसी को शक न हो इसके लिए वीरेंद्र के सिर पर पगड़ी भी बांधी गई थी। साथ ही शव को रेनकोट में लपेटा गया था। आरोपियों ने वीरेंद्र का मोबाइल फोन और अंगूठी भी निकाल कर फेंक दी थी। उनकी मंशा थी कि अगर शव मिल भी गया। तो अंगूठी और मोबाइल गायब होने पर लूट के इरादे से हत्या किए जाने की बात पुलिस आसानी से मान जाएगी।
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