बाबा विश्वनाथ को संविदा कर्मचारियों ने सौंपा मांग पत्र, कही यह बात
लखनऊ, अमृत विचार। टीबी प्रोग्राम के अंतर्गत कार्य कर रहे संविदा कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने काशी पहुंचकर बाबा विश्वनाथ के दरबार में अपना मांग पत्र सौंपा। उसके बाद पदाधिकारियों ने मांग पत्र की प्रति प्रधानमंत्री को वाराणसी के पीएमओ ऑफिस में भी प्रस्तुत की। यह जानकारी संविदा कर्मचारी संघ की तरफ से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी गई है।
राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत टीवी के कर्मचारी करीब 25 वर्षों से पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ कार्य कर रहे हैं। कई कर्मचारियों की उम्र तो 50 वर्ष से अधिक हो गई है। केंद्र सरकार 2025 में भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए संकल्पित है। इससे कर्मचारियों में भय है कि 2025 के बाद संविदा समाप्त कर दी गई तो इस उम्र में हम कहां जाएंगे। कर्मचारियों के साथ कुछ अनहोनी हो गई तब परिवार का क्या होगा?

पूर्व में कई साथी टीबी के संक्रमण से ही दिवंगत हो चुके हैं। संघ ने संविदा कर्मचारियों को ऐसी दुर्घटना के बाद सहारे के लिए राज्य सरकार से बीमा पॉलिसी लागू करने का अनुरोध किया था। प्रदेश सरकार और उपमुख्यमंत्री ने संविदा कर्मचारियों के लिए बीमा पॉलिसी लागू कर दी।
वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष करुणा शंकर मिश्रा ने उपमुख्यमंत्री के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि बीमा पालसी लागू होने से कर्मचारी अपने आप को सुरक्षित समझ रहे हैं। साथ ही उन्होने सरकार से मांग की कि पूर्व में दिवंगत हुए कर्मचारियों के परिवार को दया के आधार पर एक सम्मान जनक धनराशि राहत के रूप में प्रदान की जाए। इसी मांग को लेकर उत्तर प्रदेश क्षयरोग उपचार पर्यवेक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अपनी अर्जी को लेकर बाबा विश्वनाथ के दरबार पहुंच गए। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, जगदीश नारायण सिंह, राज्य कार्यकारिणी सदस्य रमेश कुमार यादव, जोनल अध्यक्ष अल्केश अवस्थी, विक्रांत गुप्ता, टीबीएचबी प्रदेश प्रभारी और प्रदेश कोषाध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी, इफ्तिखार अहमद, अभिषेक प्रताप सिंह, दिनेश, प्रदीप यादव, बृजेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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