शाहजहांपुर: पिपरिया सड़क में दंपती को घर में बंधक बनाकर लाखों की लूट, एसपी ने किया मौका मुआयना

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Published By Deepak Mishra
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पांच हजार की नगदी और 12 लाख के जेवरों पर किया हाथ साफ

रोजा/शाहजहांपुर, अमृत विचार। थाना रोजा क्षेत्र के गांव पिपरिया सड़क में मोहम्मदी-शाहजहांपुर रोड किनारे बने भूपेंद्र यादव के मकान में शनिवार रात दो बजे तीन बदमाशों ने लूटपाट की घटना को अंजाम दिया। दीवार फांदकर मकान के अंदर सीढ़ी के सहारे घुसे बदमाशों ने तमंचा दिखाकर दंपती को बंधक बना लिया और घर के अंदर दो घंटे तक लूटपाट करते रहे। बदमाश पांच हजार की नगदी और 12 लाख रुपये के जेवर निकाल ले गए। रविवार सुबह एएसपी सिटी संजय कुमार, एसपी अशोक कुमार मीणा ने मौका मुआयना कर घटना के खुलासे के निर्देश दिए। दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके साक्ष्य इकट्ठा किए।

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पिपरिया सड़क निवासी भूपेंद्र यादव शनिवार रात मकान में पत्नी पूजा और एक वर्ष की बेटी आराध्या के साथ बरामदे में सो रहे थे। भूपेंद्र के पिता रामबाबू जलालाबाद के गांव पुरेना स्थित मकान में दूसरे बेटों के पास गए हुए थे। रात में करीब दो बजे तीन बदमाश मकान की दीवार फांद कर घर के अंदर घुस आए और बरामदे में सो रहे भूपेंद्र यादव को जगाने के बाद दो थप्पड़ लगाते हुए सीने पर तमंचा तान दिया और शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी देकर चुप करा दिया।

इसके बाद पूजा की साड़ी से उसे चारपाई पर उल्टा लिटाकर हाथ बांध दिए। मासूम बेटी रोने लगी तो पूजा से कहा इसे दूध पिलाकर चुप कराओ और इसी के साथ ही बदमाशों ने पूजा से उसकी सास गीता के कमरे की चाबी मांगी, जिस पर उसने कह दिया कि चाबी सास के पास है और वह पुरेना गई हुई हैं। इसके बाद बदमाशों ने पूजा से अपने कमरे की चाबी देने को कहा, डर की वजह से पूजा ने अपने कमरे की चाबी दे दी।

इसके बाद बदमाशों ने पूजा की सास के कमरे का भी ताला तोड़ दिया। बदमाशों ने चारपाई पर बांधकर लिटाए गए भूपेंद्र को खोलकर कमरे में तख्त पर लिटाकर बांध दिया और उसकी पत्नी पूजा को भी उसी कमरे में बैठाने के बाद लूटपाट शुरू कर दी। कमरों में रखी अलमारी और बक्से से पांच हजार रुपये की नगदी और पूजा और उसकी सास गीता के जेवरों में सोने के दो हार, पांच जोड़ी पायलें, एक बेसर, एक मांग वेदी, दो जोड़ी झाले, एक जोड़ी झुमकी, एक सोने की अंगूठी, एक हाथफूल निकाल लिए और चले गए।

घटना के बाद सूचना पर 112 डायल पुलिस गांव पहुंची और फिर इसके बाद 112 पुलिस की सूचना पर थाने से पुलिस टीम पहुंची और मामले की जानकारी की। रविवार सुबह करीब नौ बजे  भूपेंद्र के पिता रामबाबू भी सूचना पाकर गांव पहुंच गए। उन्होंने बताया कि बदमाशों ने उन्हें नगदी-जेवर सहित करीब 10 लाख रुपये की चपत लगाई है। 10 लाख की लूटपाट की सूचना पर रविवार शाम करीब चार बजे एसपी अशोक कुमार मीणा भी मौका मुआयना करने पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी कर रोजा थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार को घटना का जल्द खुलासा करने के निर्देश दिए। फॉरेंसिक टीम ने भी मौके से साक्ष्य इकट्ठा किए।

पीठ पर चाकू, कनपटी पर तमंचा सटाए रहा एक बदमाश

भूपेंद्र ने बताया कि बदमाशों ने चारपाई पर उल्टा करके हाथ बांध दिया। इसके बाद एक बदमाश एक हाथ से पीठ पर चाकू और दूसरे हाथ में कनपटी पर तमंचा लगा दिया। बाकी दो बदमाश लूटपाट करते रहे। डर की वजह से वह लोग शोर नहीं मचा सके। बदमाश जाते समय हम तीनों को कमरे के अंदर बंद करके चले गए। भूपेंद्र ने बताया कि पांच हजार रुपये उसे सिटी पार्क में माली की नौकरी की पगार के मिले थे, जिसे भी बदमाश ले गए। मां और पत्नी का जेवर भी ले गए, जिसकी कीमत लगभग 12 लाख रुपये है। 

30 से 45 की उम्र के बताए जा रहे बदमाश

पीड़ित दंपती ने बताया कि बदमाशों की उम्र करीब 30 से 45 के बीच रही होगी। सामान्य कदकाठी के लग रहे थे। न ज्यादा मोटे थे और न ही ज्यादा पतले थे। पीड़ित ने बताया कि ज्यादा बदमाशों की तरफ देखने पर वह लोग जान से मार देने की बात कहकर धमका देते थे।

खिड़की तोड़कर कमरे के बाहर निकला भूपेंद्र, तब मचाया शोर

लूटपाट की घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने पूजा और भूपेंद्र व बच्ची को कमरे में बंद कर बाहर से कुंडी लगा दी। मकान के मुख्य गेट से बाहर निकल गए। जाते समय मुख्य गेट में भी बाहर से कुंडी लगा गए। बदमाशों के जाने के करीब आधा घंटे बाद खिड़की तोड़कर भूपेंद्र कमरे से बाहर निकला और मुख्य गेट को खोलने पहुंचा तो वहां बाहर से कुंडी लगी थी, तब वह दीवार फांद कर घर से बाहर निकला और सड़क पार कर गांव के अंदर पहुंचकर शोर मचाया, तब लोगों को जानकारी हुई।

संदिग्ध को पकड़कर पुलिस को सौंपा

घटना के बाद रविवार सुबह भूपेंद्र को मकान से कुछ दूरी पर भटपुरा रसूलपुर गांव का मुजम्मिल दिखाई दिया। जिसे संदिग्ध के तौर पर पहचान करते हुए उसने गांव वालों की मदद से पहचान कर पकड़ लिया और उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया। भूपेंद्र की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में भी मुजम्मिल का जिक्र किया गया है।

गांव में ही है भूपेंद्र की ससुराल और ननिहाल

भूपेंद्र यादव ने बताया कि वह मूल रूप से जलालाबाद के गांव पुरेना का रहने वाला है, यहां पिपरिया सड़क में उसकी ननिहाल है और उसे मामा की बेटी पूजा ब्याही है। मां और पिता का यहां और पुरेना आना-जाना लगा रहता है। करीब एक सप्ताह पहले मां और पिता पुरेना गए थे।   

गिरफ्तारी के लिए तीन टीमे गठित

एएसपी सिटी संजय कुमार ने बताया कि पिपरिया सड़क गांव में एक मकान में घुसकर लूटपाट की गई है, जिसमें कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। बाकी की सुरागरसी के लिए सीओ सदर के नेतृत्व में तीन टीमें लगाई गई हैं, जिसमें एसओजी, थाना रोजा और हथौड़ा चौकी पुलिस को लगाया गया है।

मुनेंद्र के घर भी लूटपाट करने पहुंचे थे बदमाश

भूपेंद्र यादव के घर लूटपाट करने से पहले बदमाश गांव के अंदर मुनेंद्र यादव के मकान के पास भी पहुंचे थे। मुनेंद्र का मकान गांव के किनारे पश्चिम की ओर नहर किनारे है। उस वक्त मुनेंद्र और उनकी पत्नी जाग रहीं थीं लेकिन बच्चे सो गए थे। घर के बाहर आहट सुनाई देने पर भूपेंद्र ने ललकारा तो बदमाश भाग गए।

सुरक्षा व्यवस्था पर खड़ा हो रहा प्रश्नचिन्ह

पिपरिया सड़क में भूपेंद्र के घर हुई लूटपाट की घटना को लेकर लोग पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे हैं। गांव के लोगों का कहना था कि इन दिनों मोहम्मदी रोड पर गोला गोकर्णनाथ के लिए कांवड़ियां निकल रहे और पुलिस पिकेट की ड्यूटी भी रहती है, इसके बाद भी इसी रोड किनारे भूपेंद्र के मकान में लूटपाट की घटना से पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठना लाजमी है।

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