अयोध्या रेप केस: CM योगी का बड़ा एक्शन, SHO और चौकी इंचार्ज सस्पेंड
अयोध्या। अयोध्या में नाबालिग लड़की से रेप के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा एक्शन लिया है। अब इस पूरे मामले में दो पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, रेप के मुख्य आरोपी मोइद की संपत्तियों की भी जांच शुरू कर दी गई है। बता दें कि सीएम योगी ने शुक्रवार को ही अयोध्या रेप पीड़िता की मां से मुलाकात की और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया था।
दरअसल, अयोध्या जिले के पूराकलन्दर थाना के अन्तर्गत नगर पंचायत भदरसा में नाबालिग बच्ची से रेप के मामले में थानाध्यक्ष एवं चौकी इंचार्ज को निलम्बित किया गया है।
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरण नैय्यर ने नाबालिग बच्ची से गैंग रेप के मामले में थानाध्यक्ष पूराकलन्दर रतन शर्मा और भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता को निलम्बित किया है। उन्होंने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। यह मामला उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में आते ही कार्यवाही की गयी है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है।
आधिकारिक बयान के अनुसार, अयोध्या पुलिस ने 30 जुलाई को जिले के पूराकलंदर थाना क्षेत्र के भदरसा नगर में बेकरी संचालित करने वाले मोईद खान और उसके कर्मचारी राजू खान को दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि मोईद और राजू खान ने दो महीने पहले नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया और इस कृत्य को रिकॉर्ड भी किया। यह घटना तब प्रकाश में आई जब हाल ही में मेडिकल जांच में पीड़िता के गर्भवती होने का पता चला। यह दावा किया जाने के बाद कि मोईद खान सपा का सदस्य है, मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है।
बृहस्पतिवार को विधानसभा में योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का जिक्र किया और सपा पर निशाना साधा।योगी ने कहा, ‘‘यह अयोध्या का मामला है। मोईद खान सपा से है और अयोध्या सांसद की टीम का सदस्य है। वह 12 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म किए जाने के मामले में संलिप्त पाया गया है। सपा ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।’’
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को पीड़ित बच्ची की मां से मिलने के बाद अधिकारियों को निर्देश दिया कि बच्ची के स्वास्थ्य और उसकी सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंधन किए जाएं। योगी ने राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य अनीता अग्रवाल को अयोध्या जिला महिला चिकित्सालय में दुष्कर्म पीड़िता से मुलाकात करने के निर्देश भी दिया।
बयान में कहा गया कि अयोध्या पहुंचीं आयोग की सदस्य ने पीड़िता का हाल-चाल जाना और उसके परिजनों से विशेष मुलाकात करते हुए उनको न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में 12 वर्षीय बच्ची के साथ दरिंदगी की यह घटना निंदनीय है।
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