Kanpur: नहर में पलटी स्कार्पियों, Income Tax सहायक असिस्टेंट की मौत व चालक घायल...10 दिन पहले लेकर आया था नई स्कार्पियों

महाराजपुर थानाक्षेत्र में मवेशी को बचाने में हुआ दर्दनाक हादसा

Kanpur: नहर में पलटी स्कार्पियों, Income Tax सहायक असिस्टेंट की मौत व चालक घायल...10 दिन पहले लेकर आया था नई स्कार्पियों

कानपुर, अमृत विचार। महाराजपुर थानाक्षेत्र में घर लौटते समय तेज रफ्तार स्कार्पियों मवेशी को बचाने के चक्कर में तीन बार पलटते हुए सीधे नहर में गिर गई। जिससे आगे बैठे इनकम टैक्स विभाग में टैक्स असिस्टेंट और चालक गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। 

सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों घायलों को निकालकर सीएचसी ले गई। जहां से हैलट अस्पताल रेफर कर दिया गया। पुलिस की सूचना पर पहुंचे परिजन निजी अस्पताल ले गए जहां टैक्स असिस्टेंट की मौत हो गई वहीं चालक का इलाज चल रहा है। 

मूलरूप से साढ़ थानाक्षेत्र के मथुरापुर गांव निवासी कारोबारी मान सिंह चकेरी के केआर पुरम सनिगवां रोड में परिवार के साथ रहते है। उनका 29 वर्षीय पुत्र मयंक सिंह उर्फ दीपक इनकम टैक्स विभाग में टैक्स असिस्टेंट के पद पर कार्यरत था। 

चाचा संग्राम सिंह ने बताया कि रविवार रात करीब आठ बजे मयंक अपनी चालक सिद्धांत के साथ स्कार्पियों से घर लौट रहा था। अभी वह लोग महाराजपुर के टौंस और तिलसहरी के बीच पहुंचे ही थे, कि अचानक सामने आए मवेशी को बचाने में अनियंत्रित कार तीन बार पलटते हुए सीधे नहर में गिर गई। 

हादसे में जान बचाने के लिए दोनों की चीख-पुकार मच गई। इस दौरान वहां से गुजर रहे राहगीरों ने डायल 112 पर सूचना दी। जिसके बाद कुछ ही देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से पानी में उतरकर कड़ी मशक्कत कर दोनों गंभीर घायलों को बाहर निकाला और एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने हैलट अस्पताल रेफर कर दिया। 

परिजनों ने बेहतर इलाज के लिए दोनों को सर्वोदय नगर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान टैक्स असिस्टेंट मयंक सिंह की मौत हो गई वहीं। चालक का इलाज अभी भी चल रहा है। चाचा के अनुसार मयंक का छोटा भाई हनी, बहन दीपिका और मां आरती हैं। घटना के बाद परिवार सदमे में है। 

परिजनों ने बताया कि मयंक शुरू से बहुत होनहार रहा है। इंटर करने के बाद बीटेक किया इसके बाद रेलवे में नौकरी लग गई। लेकिन कुछ ही समय मे उसकी दूसरी नौकरी एसआई में लग गई थी, जिसकी उसने ट्रेनिंग भी की थी। सफलता मिलती गई आगे उसकी कानपुर में इनकम टैक्स में नौकरी लग गई। अभी उसे कुल नौकरी किए हुए एक वर्ष हो गया था।

बताया कि 10 दिन पहले ही वह शोरूम से नई स्कार्पियों लेकर आया था। लेकिन उन लोगों को क्या पता था कि वही स्कार्पियों उसके लिए काल बन जाएगी। धीरे-धीरे उसकी शादी की बात भी वह लोग करने लगे थे।

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