UP में अपराध को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति, कोई भी संगठित अपराधी जेल से बाहर नहीं: CM योगी

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Published By Vishal Singh
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नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि राज्य में सुशासन के लिए कानून का शासन पूर्व शर्त है, इसलिए उन्होंने प्रदेश में अपराध को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति अपनाई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में 9.2 प्रतिशत का योगदान देने वाले उत्तर प्रदेश ने स्वयं को देश के ‘‘विकास इंजन’’ के रूप में स्थापित किया है और अब यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की शासी परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं और लड़कियों के कल्याण के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून-व्यवस्था के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता ने सुशासन हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने कहा, ‘‘आज उत्तर प्रदेश में एक मजबूत कानून-व्यवस्था है, जिसने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य के बारे में धारणाओं को सकारात्मक रूप से बदल दिया है। इस सुधार का श्रेय अपराध को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति को जाता है।’’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य में योगदान देने वाले उनके राज्य के 351 सर्वोत्तम अभ्यासों को अब नीति आयोग के ‘राज्यों के लिए नीति पोर्टल’ पर अपलोड किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध में शामिल अपराधियों को सजा दिलाने के मामले में उत्तर प्रदेश देश में अग्रणी राज्य है और राज्य में अब कोई भी ऐसा संगठित अपराधी नहीं बचा है, जो जेल से बाहर हो। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं में उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों को भी सूचीबद्ध किया।

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