ओमप्रकाश हत्याकांड: हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े परिजन, शव का अंतिम संस्कार करने से किया इंकार
गोंडा, अमृत विचार। परसपुर नगर पंचायत में शुक्रवार को दिनदहाड़े हुए सपा कार्यकर्ता की हत्या की मामले में पुलिस घिरती नजर आ रही है। पहले एफआईआर दर्ज करने में हुई देरी और फिर आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से स्थानीय पुलिस पर की कार्यशैली सवालों के घेरे में है। परिवार ने पुलिस पर हत्या आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया है।
परिजन शव रखकर धरने पर बैठ गए हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पड़े हैं। मृतक के घर पर सपा नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है और पुलिस प्रशासन के लोग पीड़ित परिवार की मान मनौव्वल करने में जुटे हैं। परसपुर नगर पंचायत के राजाटोला के रहने वाले सपा कार्यकर्ता ओम प्रकाश सिंह(45) की शुक्रवार को दिनदहाड़े चुनावी रंजिश में हत्या कर दी गई थी।
हमलावरों ने ओमप्रकाश के घर में घुसकर उन पर धारदार हथियार से ताबड़तोड़ प्रहार किया था और उनके शरीर के कई अंगों को काट डाला था। अस्पताल ले जाते समय ओमप्रकाश सिंह की रास्ते में ही मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि ओमप्रकाश सिंह ने नगर पंचायत के चुनाव में सपा के सिंबल पर सभासदी का चुनाव लड़ा था।
हालांकि वह अपने प्रतिद्वंदी और भाजपा प्रत्याशी उदयभान सिंह उर्फ लल्लन सिंह से हार गए थे। इसी बात को लेकर भाजपा सभासद उदयभान सिंह और उनके परिवार ओम प्रकाश सिंह से रंजिश रख रहा था। शुक्रवार को शुक्रवार के दोपहर जब ओम प्रकाश सिंह अपने घर पर चारपाई पर सो रहे थे तभी भाजपा सभासद उदयभान सिंह अपने तीन बेटों व अन्य सहयोगियों के साथ उनके घर में घुस गए। सभी लोग धारदार हथियारों से लैस थे।

आरोपियों ने ओमप्रकाश पर ताबड़तोड़ प्रहार कर उन्हे मरणासन्न कर डाला था। उनके शरीर के कई अंगों को काटकर अलग कर दिया था और मरा समझकर फरार हो गए थे। परिजन उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही ओम प्रकाश सिंह की मौत हो गई थी। मृतक ओमप्रकाश की पत्नी ने शुक्रवार को ही परसपुर पुलिस पर हत्यारोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाया था।
पुलिस ने देर रात शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया था। शनिवार की सुबह परिजनों ने शव का दाह संस्कार करने से इंकार कर दिया। उनका कहना है कि जब तक हत्यारोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जाती तब तक वह शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। वहीं घटना की सूचना मिलते ही सपा के पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह, पूर्व विधायक बैजनाथ दूबे व सूरज सिंह समेत कई सपा नेता मृतक के घर पहुंच गए और मृतक के परिजनों के साथ धरने पर बैठ गए।
इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन को हुई तो अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय व सीओ चन्द्रपाल शर्मा मौके पर पहुंचे। पुलिस अधिकारी परिवार की मान मनौव्वल में जुटे हैं लेकिन परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं। इस घटना को लेकर पूरे परसपुर कस्बे में आक्रोश है और मृतक के घर पर लोगों की जबरदस्त भीड़ जुटी हुई है। पुलिस ने तनाव को देखते हुए कई थानों की पुलिस फोर्स को मौके पर बुला लिया है। साथ ही पूरे नगर पंचायत में पीएसी लगा दी गई है।
मृतक की पत्नी ने पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप
मृतक सपा कार्यकर्ता ओमप्रकाश सिंह की पत्नी नीलम सिंह ने परसपुर पुलिस पर लापरवाही बरतने और आरोपियों से मिलीभगत होने का गंभीर आरोप लगाया है। नीलम सिंह का आरोप है कि उदयभान और उसके परिजन इस घटना से पहले भी दो बार उसके परिवार पर हमला कर चुके थे। उसके पति और बेटे की पिटाई भी की गई थी, लेकिन जब थाने पर इसकी शिकायत की गई तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसे आरोपियों के हौसले बुलंद थे। सत्ता पक्ष से जुदा होने के नाते पुलिस उन पर हाथ डालने से कतरा रही थी और वह लगातार उसके परिवार को प्रताड़ित करने में जुटे थे। नीलम का आरोप है कि अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो उसके पति की जान नहीं जाती।
भाजपा सभासद व उसके तीन बेटों समेत 5 के खिलाफ एफआईआर दर्ज
सपा कार्यकर्ता ओम प्रकाश सिंह की हत्या के मामले में परसपुर पुलिस ने मृतक की पत्नी नीलम सिंह की तहरीर पर भाजपा सभासद उदयभान सिंह उर्फ लल्लन सिंह व उसके तीन बेटों समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या के नामजद एफआईआर दर्ज की है। थाना अध्यक्ष दिनेश सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
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