कांवड़ यात्रा में दुकानदारों के नाम पर शुरू हुआ नया विवाद, आमने-सामने आए दारूल उलूम और हिन्दू महासभा-दिया बड़ा बयान  

कांवड़ यात्रा में दुकानदारों के नाम पर शुरू हुआ नया विवाद, आमने-सामने आए दारूल उलूम और हिन्दू महासभा-दिया बड़ा बयान  

लखनऊ, अमृत विचार। मुजफ्फरनगर के एसएसपी ने जिले में कांवड़ यात्रा मार्ग में स्थित दुकानों पर संचालकों के नाम लिखने का निर्देश दिया है। इसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो चुकी है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष सांसद अखिलेश यादव ने इस निर्देश को “सामाजिक अपराध” करार दिया है। उन्होंने अदालतों से मामले का स्वत: संज्ञान लेने का अनुरोध भी किया। इसी बात को लेकर अब दारूल उलूम और हिन्दू महासभा आमने सामने आ गए हैं। 

दारुल उलूम प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने कहा है कि मुजफ्फरनगर की खबर हिंदुस्तान की तहजीब के खिलाफ है। निजामी के अनुसार जो आर्डर दिया गया है वो संस्कृति के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि हमारा मुल्क गंगा जमुनी तहजीब की पहचान है, जहां हिंदू-मुस्लिम एक दूसरे के त्योहारों में भाग लेते हैं। निजामी ने कहा कि हिंदू मुस्लिम एक दूसरे से त्योहार में खरीदारी करते हैं, हम यह नहीं देखते सामने वाले का धर्म मजहब क्या है। 

वहीं दुकानदारों के नाम को लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि इस आदेश का हम स्वागत करते हैं, यह व्यवस्था यूपी के सभी जगहों पर लागू होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कई बार देखा गया है कि जान बूझकर अयोध्या, मथुरा, काशी, प्रयागराज, हरिद्वार जैसे पवित्र स्थलों पर जानबूझकर हमारी धार्मिक भावनाओ को ठेस पहुचाने के लिए हिन्दू नामों से दुकानें खोली जा रही है। उन्होंने इस कदम को सूझबूझ भरा बताया है। 

राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि यह लोग हमारे खान पान पर थूकें और इनके उलेमा-मौलाना इसे  इस्लाम की दृष्टि में ठीक बताएं ये सहने योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि आखिर ये लोग पहचान छुपाकर क्यों दुकानें खोलते हैं, दुकानें खोलने के समय क्यों अपने इस्लाम का प्रचार नहीं करते हैं। उन्होंने कहा हिंदुओ से मेरी अपील है दुकान से सामान खरीदें, ऑनलाइन पेमेंट करें और वंदे मातरम का नारा लगाएं। 

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