बागेशर: हिमालयी क्षेत्र में मंदिर निर्माण के खिलाफ मुखर हुए ग्रामीण
बागेश्वर, अमृत विचार। देवीकुंड में साधु द्वारा स्नान करने व उच्च हिमालयी क्षेत्र में बाहरी बाबाओं द्वारा मंदिर बनाने के खिलाफ ग्रामीण एकजुट होने लगे हैं। ग्रामीणों ने मामले की जांच कराकर उच्च हिमालयी क्षेत्र की पवित्रता बनाए रखने की मांग की है।
सोमवार को दानपुर सेवा समिति के बैनर तले ग्रामीण जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे तथा उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। कहा कि योगी आदित्य कैलाश द्वारा उच्च हिमालयी क्षेत्र में रिसोर्ट नुमा कुटिया बनाकर वहां पर भूमि का अतिक्रमण किया जा रहा है। साथ ही देवीकुंड में स्नान करके उसे अपवित्र किया जा रहा है।
जबकि यहां पर क्षेत्र के लोग पानी को छूते भी नहीं है। यहां पर ग्रामीण आठ दिवसीय पूजन कार्यक्रम के बाद कुंड में पूजन व डांगर स्नान कराते हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। कहा कि वर्तमान में योगी द्वारा वहां मंदिर का निर्माण किया गया है। साथ ही देवीकुंड में स्नान किया जा रहा है। कहा कि इससे जैव विविधता के साथ ही भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर योगी ने मंदिर बनाया है। उस स्थान पर गांव के पूर्वज भी मंदिर बना सकते थे परंतु वहां की पवित्रता बनाए रखने के लिए ऐसा नहीं किया।
उन्होंने जिलाधिकारी से मामले की जांच की मांग की। इस दौरान हीरा सिंह टाकुली, चरण सिंह, दीवान सिंह दानू, माया दानू, वीरू दानू आदि शामिल थे। इधर, कांग्रेस कमेटी ने भी जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच करने व योगी के कार्यों की जांच होने तक निर्माण कार्य रुकवाने की मांग की है।
