बरेली: दो फर्मों ने गलत प्रपत्र देकर हथियाए नगर निगम के टेंडर, ब्लैक लिस्ट करने का निर्देश

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Published By Vishal Singh
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मेयर ने नगर आयुक्त को दिया दोनों फर्मों को ब्लैक लिस्ट करने का निर्देश

बरेली, अमृत विचार। नगर निगम के निर्माण विभाग के अफसरों की साठगांठ से गलत प्रपत्रों पर दो फर्मों को टेंडर देने का मामला सामने आया है। मेयर ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर दोनों फर्मों को ब्लैक लिस्ट करने को कहा है।

सूफी टोला के रहने वाले जावेद सिद्दीकी ने 3 जुलाई 2024 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस बारे में ऑनलाइन शिकायत की थी। इसमें कहा था कि नगर निगम के निर्माण विभाग ने वार्ड 54 के मोहल्ला भूड में दिगराज मंदिर से यादव चौक वाया राजाराम यादव तक और बिट्टू के मकान से आशीष के मकान तक नाली और सीसी सड़क सुधार के लिए 20.29 लाख कीमत के टेंडर निकाले थे। इसकी प्रक्रिया 28 फरवरी से 7 मार्च 2024 के बीच पूरी की गई। यह टेंडर मेसर्स आदर्श और मेसर्स माधवी कंस्ट्रक्शन ने साठगांठ के जरिए गलत प्रपत्र दाखिल कर हथिया लिया। जावेद ने दोनों फर्मों के प्रपत्रों की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की थी।

इस बीच मेयर उमेश गौतम ने भी जांच कराई जिसमें आरोप सही पाए जाने के बाद नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स को पत्र लिखकर दोनों फर्मों को ब्लैक लिस्ट करने को कहा है। मेयर ने पत्र में यह भी कहा है कि उनकी ओर से दो बार पहले भी पत्र लिखने के बावजूद मेसर्स माधवी कंस्ट्रक्शन को ब्लैक लिस्ट नहीं किया गया। इससे नगर निगम की छवि खराब हुई है।

प्रभारी मुख्य अभियंता ने अनसुना कर दिया मेयर का निर्देश
मेयर ने पत्र में कहा है कि माधवी कंस्ट्रक्शन ने 15 वें वित्त आयोग के टेंडर लेने के बाद भी काम शुरू नहीं किया था। तब भी उन्होंने प्रभारी मुख्य अभियंता डीके शुक्ला को इस फर्म को काली सूची में डालने को कहा था लेकिन उनकी बातों की अनदेखी कर दी गई थी। कार्रवाई न होने से कार्यशैली संदिग्ध लग रही है। मेयर ने बताया कि दोनों फर्मों ने टेंडर के लिए गलत कागज लगाए हैं। इन्हें ब्लैक लिस्ट करने के लिए नगर आयुक्त को पत्र लिखा है। निर्माण कार्य पूरी पारदर्शिता से होने चाहिए।

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