उन्नाव सड़क हादसे के बाद एक्शन में आए मंत्री दयाशंकर सिंह, खुद की चेकिंग-सीज कराईं कई बस 

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Published By Jagat Mishra
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लखनऊ, अमृत विचार। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर डबल डेकर बस और टैंकर के बीच हुई जोरदार टक्कर में 18 लोगों की मौत हो गई थी और 19 यात्री घायल हो गए। हादसे के बाद जांच में बड़ा खुलासा सामने आया है। दरअसल, जिस बस में यात्री सवार थे न तो उसका इंश्योरेंस था और न ही बस का फिटनेस सर्टिफिकेट। 

गुरुवार को उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह खुद सड़क पर उतर आए और आजमगढ़ जिले में परिवहन विभाग की टीम के साथ कंधरापुर थाना क्षेत्र के पास बिना तय मानकों के सरपट दौड़ रही बसों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान परिवहन मंत्री को कई बसें ऐसी मिलीं जिनका रजिस्ट्रेशन किसी दूसरे स्टेट का है, साथ ही गाड़ियों का फिटनेस और परमिट भी नहीं है। ज्यादातर बसें अरुणाचल प्रदेश और बिहार राज्य की थीं, जो आजमगढ़ से दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद तक चलाई जा रही थीं। ये देख परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह हैरान रह गए और सभी गाड़ियों को सीज करने के आदेश दे दिया। चेकिंग अभियान में करीब डेढ़ दर्जन बसों को सीज किया गया है। इसके अलावा कई गाड़ियां सड़क के किनारे गलत तरीके से खड़ी मिली। उन सभी गाड़ियों को भी सीज कर थाने भेजा गया है और पूरे प्रकरण की जांच हो रही है। अगर कहीं कोई कमी पाई गई तो उनके मालिकों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आरटीओ और एआरटीओ के साथ छापा मारने के दौरान परिवहन मंत्री ने कहा कि कोई भी बस बिना फिटनेस, परमिट और पॉल्यूशन सर्टिफिकेट के अगर सड़क पर चलती पाई गई तो बस सीज करके मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। 

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