देहरादून: मंगलौर सीट पर हंगामे के बाद शुरू हुआ मतदान

Amrit Vichar Network
Published By Bhupesh Kanaujia
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देहरादून, अमृत विचार। मंगलौर विधानसभा सीट के लिब्बरहेडी के बूथ पर मारपीट और पथराव के बाद अब मतदान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हो पाया है। मामले की सूचना मिलते ही हरिद्वार प्रशासन यहां मौके पर पहुंचा। रुड़की सिविल लाइंस प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी का कहना है कि वह लिब्बरहेडी बूथ पर मौजूद हैं।

पार्टी कार्यकर्ताओं में लाठी-डंडे चले हैं जिसमें कुछ लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। मौके पर फोर्स तैनात की गई है। मंगलौर विधानसभा सीट के लिब्बरहेडी के बूथ नंबर 53-54 नंबर पर बसपा और भाजपा के कार्यकर्ताओं में लाठी डंडे चल गए। जिसमें कुछ कार्यकर्ता घायल हो गए। भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा जिसके बाद पुलिस ने सभी को खदेड़ा।

आपको बता दें कि मंगलौर विधानसभा में अब तक पांच चुनाव हुए हैं, जिनमें से चार बार बसपा प्रत्याशी को जीत मिली है। 2002 के पहले चुनाव में 21,155 वोट के साथ बसपा के काजी निजामुद्दीन ने जीत दर्ज की और कांग्रेस के सरवत करीम यहां 14,561 वोट हासिल कर पाए। 2007 के चुनाव में बसपा से निजामुद्दीन फिर 25,559 मत हासिल करके विजेता रहे, जबकि रालोद के चौधरी कुलवीर सिंह 22,166 के साथ दूसरे और कांग्रेस के सरवत करीम 18,629 वोटों के साथ तीसरे पायदान पर रहे।

सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तू दास ने बताया कि बदरीनाथ विधानसभा क्षेत्र के सीमांत क्षेत्रों में पहली बार नौ हाई एल्टीट्यूड पोलिंग स्टेशन स्थापितकिए गए हैं, जिनमें 17 गावों के 3838 मतदाता मतदान करेंगे। राज्य बनने के बाद से सामान्य रूप से विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों के दौरान शीतकाल में इन क्षेत्रों में स्थानीय मतदाताओं की ओर से प्रवास न किए जाने की स्थिति में उनके ग्रीष्मकालीन प्रवास वाले गांवों में मतदान की व्यवस्था की जाती थी।

मंगलौर विस सीट बसपा का गढ़ रही है। राज्य गठन के बाद हुए पांच विधानसभा चुनाव में इस सीट पर चार बार बसपा ने जीत हासिल की, जबकि एक बार कांग्रेस को जीत मिली।

बसपा की ओर से दिवंगत विधायक सरवत करीम अंसारी के पुत्र उबेदुर्रहमान को को ही टिकट दिया गया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी शीशपाल ने उपचुनाव में मंगलोर सीट पर बसपा की जीत का भी दावा किया है।

कांग्रेस पार्टी ने मंगलौर सीट पर अनुभवी और बदरीनाथ सीट पर नए चेहरे पर दांव लगाया है। दोनों ही प्रत्याशी लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं। मंगलौर सीट से काजी मोहम्मद निजामुद्दीन और बदरीनाथ सीट से प्रत्याशी लखपत बुटोला पर दांव लगाया है।

बदरीनाथ से भाजपा ने पूर्व विधायक राजेंद्र भंडारी को प्रत्याशी बनाया है। भंडारी लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने मंगलौर विधानसभा सीट से करतार सिंह भड़ाना को प्रत्याशी बनाया है। भड़ाना हरियाणा और उत्तर प्रदेश में विधायक रह चुके हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। 

इधर चुनाव आयोग ने 10 जुलाई को होने जा रहे बदरीनाथ और मंगलौर विधानसभा उप चुनाव के मद्देनजर ओपिनियन पोल, एग्जिट पोल पर रोक लगा दी थी। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे की ओर से चमोली और हरिद्वार के जिलाधिकारियों को एक पत्र जारी किया गया था।