हंगरी के प्रधानमंत्री Viktor Orbán अचानक पहुंचे चीन, राष्ट्रपति Xi Jinping से की मुलाकात
बीजिंग। हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान रूस और यूक्रेन की यात्रा के बाद सोमवार को अचानक चीन पहुंचे और राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। सरकारी प्रसारणकर्ता सीसीटीवी ने यह जानकारी दी। ओरबान यूक्रेन में शांति समझौते की संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए चीन पहुंचे हैं। ओरबान की यह यात्रा पिछले सप्ताह यूक्रेन और रूस की इसी तरह की अघोषित यात्रा के कुछ ही दिनों बाद हो रही है, जहां उन्होंने प्रस्ताव दिया कि यूक्रेन, रूस के साथ तत्काल संघर्ष विराम पर सहमत होने पर विचार करे। यूक्रेन और यूरोपीय संघ ने रूस की यात्रा को लेकर ओरबान की आलोचना की है।
#China is a key power in creating the conditions for #peace in the #RussiaUkraineWar. This is why I came to meet with President Xi in Beijing, just two months after his official visit to Budapest. #HU24EU #peacemission pic.twitter.com/6UcFkb4ynQ
— Orbán Viktor (@PM_ViktorOrban) July 8, 2024
ओरबान ने कहा, दोनों युद्धरत देशों से बात करने वाले देशों की संख्या कम होती जा रही है। हंगरी धीरे-धीरे यूरोप में इकलौता ऐसा देश बनकर उभर रहा है, जो हर किसी से बात कर सकता है। हंगरी ने महीने की शुरुआत में यूरोपीय संघ की छह महीने की क्रमिक अध्यक्षता संभाली थी। इस दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संकेत दिया था कि ओरबान यूरोपीय परिषद के शीर्ष प्रतिनिधि के तौर पर मॉस्को आए थे।
यूरोपीय परिषद के कई शीर्ष अधिकारियों ने पुतिन की बात को खारिज किया था और कहा था कि ओरबान को द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा के अलावा कुछ भी करने का अधिकार प्राप्त नहीं है। यूरोपीय संघ में पुतिन के सबसे करीबी सहयोगी माने जाने वाले ओरबान ने यूक्रेन की सहायता करने और युद्ध के लिए मॉस्को पर प्रतिबंध लगाने के यूरोपीय संघ के प्रयासों को नियमित रूप से अवरुद्ध, विलंबित या कमजोर किया है। वह लंबे समय से यूक्रेन में शत्रुता समाप्त करने की वकालत करते रहे हैं, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि इसका देश की क्षेत्रीय अखंडता या भविष्य की सुरक्षा पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
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