नगर निगम ने शुरू की निगरानी : अंत्योष्टी स्थलों पर नहीं दफनाए जांएगे शव

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Published By Vinay Shukla
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प्रयागराज, अमृत विचार: भीषण गर्मी के बाद अब मानसून बदलने लगा है। इसके साथ ही अब नदियों का जलस्तर भी बढ़ेगा। इससे पहले ही नगर निगम ने एक विशेष तैयारी करते हुए आदेश जारी किया है। नगर निगम ने दो अंत्योष्टी स्थलों पर शव को दफन करने पर रोक लगाते हुए घाटों पर शवों को दफन न करने का निर्देश जारी किया है।

 बता दें कि बारिश और बाढ़ की संभावना को देखते हुए नगर निगम की ओर से दो प्रमुख अंत्येष्टि स्थलों फाफामऊ एवं सोनौटी घाट पर लाशो को दफन करने पर मनाही कर दी गयी है। इसके लिए नगर निगम की ओर से टीम गठित कर घाट पर निगरानी भी शुरू कर दी गई है। महापौर के मुताबिक गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद कटान शुरू हो जाती है। इसके बाद दफनाये गये शव पानी में उतराने लगते है।  कोरोना काल के दौरान भी काफी संख्या में शवों को दफनाया गया था। बाद में बाढ़ आने पर दफनाये गये शव मिट्टी से ऊपर आ गये थे। इसलिए इस बार नगर निगम ने पहले से ही इसको लेकर तैयारी कर ली है।

महापौर गणेश केसरवानी ने नगर आयुक्त संग बैठक कर इस मामले में कड़ा नियम लागू किया है। महापौर ने बताया कि अब दो महत्वपूर्ण घाटो पर शवों को नही दफनाया जाएगा। फाफामऊ और सोनौटी घाट पर शव के न दफनाने के लिए निर्देशा जारी करते हुए नोटिस बोर्ड भी लगाया गया है। यह भी बताया गया है कि कोरोना काल के दौरान भी शवों को दफनाया गया था। बाद में बाढ़ आने के बाद वह शव मिट्टी से ऊपर आ गये थे । इसलिए इस बाद बाढ़ क्व आने से पहले ही तैयारियां कर ली गई है। जिससे पहले की तरह परेशानियां न हो। शवों को जलाने के लिए अन्य घाटो पर जाना होगा या फिर विद्युत शवदाह गृह में जाना होगा।

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