टी20 विश्व कप की प्रमुख उपलब्धियां : अमेरिका का आगाज, अफगानिस्तान का कमाल और भारत का शानदार खेल

टी20 विश्व कप की प्रमुख उपलब्धियां : अमेरिका का आगाज, अफगानिस्तान का कमाल और भारत का शानदार खेल

ब्रिजटाउन। टी20 विश्व कप के सबसे रोमांचक फाइनल में भारतीय टीम ने धैर्य और जज्बे के शानदार मिश्रण के दम पर दक्षिण अफ्रीका पर यादगार जीत दर्ज की। भारत ने पूरे टूर्नामेंट के दौरान प्रभावी प्रदर्शन किया और बिना मैच गंवाये चैम्पियन बना। यह विश्व कप कई यादगार पलों का गवाह बना जिसमें अमेरिका का पाकिस्तान को हराना और अफगानिस्तान का सेमीफाइनल में पहुंचना बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जायेगा। टूर्नामेंट के दौरान पिछले कुछ सप्ताह के दौरान के कुछ महत्वपूर्ण यादगार पल इस प्रकार है।

पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका की यादगार जीत
वेस्टइंडीज के साथ पहली बार इस टूर्नामेंट की संयुक्त मेजबानी कर रहे अमेरिका ने डलास में सुपर ओवर तक चले मैच में पूर्व चैंपियन पाकिस्तान को हराकर खलबली मचा दी। अमेरिका के बल्लेबाज नीतीश कुमार ने हारिस रऊफ की आखिरी गेंद पर चौका मारकर पाकिस्तान के स्कोर की बराबरी की। इसके बाद सुपर ओवर में अमेरिका ने पाकिस्तान को पछाड़कर क्रिकेट जगत के सबसे बड़े उलटफेरों में से एक को अंजाम दिया।

भारत टीम ने मुश्किल पिच पर चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराया 
न्यूयॉर्क में तेज गेंदबाजों की मददगार पिच पर भारतीय टीम 19 ओवर में 119 रन पर ऑलआउट हो गयी। इसके जवाब में पाकिस्तान आसान जीत की तरफ बढ़ रहा था लेकिन जसप्रीत बुमराह की शानदार गेंदबाजी के सामने उनकी टीम लक्ष्य से छह रन दूर रह गयी।

अमेरिका ने दी भारतीय टीम को कड़ी चुनौती 
पाकिस्तान को हराने के बाद आत्मविश्वास से भरी अमेरिका की टीम ने ग्रुप चरण के मैच में भारत को भी कड़ी टक्कर दी। अर्शदीप सिंह (नौ रन पर चार विकेट) की शानदार गेंदबाजी के सामने अमेरिका की टीम महज 110 रन पर आउट हो गयी। लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने रोहित शर्मा, विराट कोहली और ऋषभ पंत के विकेट 39 रन तक गंवा दिये थे। बल्लेबाजों के लिए मुश्किल परिस्थितियों में सूर्यकुमार यादव ने संयमित अर्धशतक जड़ टीम को संकट से बाहर निकाला।

अफगानिस्तान का सेमीफाइनल में पहुंचना
अफगानिस्तान ने ग्रुप चरण में न्यूजीलैंड को मात देने के बाद सुपर आठ में  कम स्कोर वाले करीबी मुकाबले में बांग्लादेश को आठ रनों से हराकर पहली बार विश्व कप के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया। टीम ने हालांकि इससे पहले इस प्रारूप की अपनी बड़ी सफलता दर्ज करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बड़ा उलटफेर किया। राशिद खान की अगुवाई वाली टीम ने यह साबित किया कि विश्व क्रिकेट में अब वे कमजोर टीम नहीं रहे।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित की विस्फोटक बल्लेबाजी 
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टी20 विश्व की सबसे आक्रामक पारियों में से एक खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 41 गेंद में 92 रन बनाये। रोहित इस ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों खासकर मिचेल मार्श के पास कोई जवाब नहीं था। उनकी इस पारी से टीम ने शानदार जीत दर्ज कर सेमीफाइनल का टिकट कटाया। 

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अफगानिस्तान का 56 रन पर सिमटना 
कई दमदार जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में पहुंची अफगानिस्तान की टीम महज 56 रन पर आउट हो गयी। इससे टीम अपने शानदार आगाज और और यादगार बनाने से चूक गयी।

कुलदीप और अक्षर के सामने इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने घुटने टेके
पूरे विश्व कप में शानदार कप्तानी करने वाले रोहित की कुशल कप्तानी का इंग्लैंड के पास कोई जवाब नहीं था। सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पंड्या की शानदार बल्लेबाजी के बार जब गत चैम्पियन इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने तेज गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक रूख अपनाया तब रोहित ने अक्षर पटेल और कुलदीप यादव को गेंद थमाई। बायें हाथ के इन स्पिनरों ने अपनी फिरकी पर इंग्लैंड के बल्लेबाजों को चकमा देकर टीम की यादगार जीत सुनिश्चित की। इस जीत से भारत 12 महीने के अंदर तीसरी बार आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा।

फाइनल में चला कोहली का बल्ला  
पूरे विश्व कप के दौरान रन बनाने के लिए तरस रहे विराट कोहली ने उस समय बल्ले से सबसे अहम योगदान दिया जब टीम को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। कोहली ने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 59 गेंद में 76 रन की यादगार पारी खेल उन आलोचकों को भी चुप किया जो एकादश में उनकी जगह को लेकर सवाल उठा रहे थे।

सूर्यकुमार यादव का कमाल का कैच
कोहली ने विश्व कप फाइनल में अर्धशतक जड़कर शानदार वापसी की लेकिन मैच पर समय भारत की पकड़ काफी मजबूत हो गयी जब दबाव की परिस्थितियों में सूर्यकुमार ने क्षेत्ररक्षण में एकाग्रता की शानदार मिसाल पेश की। उन्होंने डेविड मिलर के बड़े शॉट पर बाउंड्री के पास उस समय शानदार कैच लपका जब दक्षिण अफ्रीका में आखिरी ओवर में महज 16 रन की दरकार थी। सूर्यकुमार यादव के इस कैच ने कपिल देव के उस कैच की याद दिला दी जिसने भारत को 1983 में वनडे विश्व कप दिलाया था।

कोहली और रोहित का टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास 
टी20 विश्व कप फाइनल जीतने के तुरंत बाद कोहली ने मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार लेते समय इस प्रारूप से संन्यास की घोषणा कर दी तो वही रोहित ने खेल के सबसे छोटे प्रारूप के अंतरराष्ट्रीय मैचों को अलविदा कह दिया। दोनों खिलाड़ियों ने इस प्रारूप में लगभग 15 साल के अपने करियर में टीम को कई यादगार पल दिए। 

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