पंतनगर: दलाली और वसूली में लगा था पंतनगर थाने का आशिक मिजाज एसएचओ, दो और पीड़ित आए सामने

एसएचओ के खिलाफ मुकदमा दर्ज न होने पर बुधवार को एसएसपी कार्यालय पर सांकेतिक धरना उसके बाद सड़कों पर उतरने की चेतावनी

पंतनगर: दलाली और वसूली में लगा था पंतनगर थाने का आशिक मिजाज एसएचओ, दो और पीड़ित आए सामने

पंतनगर, अमृत विचार। पंतनगर थाने की स्थिति बेहद खराब हो गई है। यहां एक ऐसा अधिकारी एसएचओ बनकर बैठा था, जिसकी अश्लील हरकतें उजागर होने पर मित्र पुलिस सहित पंतनगर विवि की भी छवि खराब हुई है। निलंबित एसएचओ के कार्यकाल में पंतनगर थाना दलाली का अड्डा बन गया था।

एसएचओ अधिकारियों की शह पर और छुटभैया नेताओं के दबाव में पीड़ितों की आवाज कुचलकर वसूली करने में जुटा था। यह शह किन अधिकारियों की थी, इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। यह बात क्षेत्रीय विधायक तिलकराज बेहड़ ने विवि परिसर के लैंबर्ट स्क्वायर अतिथि गृह में प्रेसवार्ता में पत्रकारों से कही।

विधायक बेहड़ ने कहा कि दो पड़ोसियों के बीच मारपीट के मामले में लगभग एक वर्ष पूर्व एक पक्ष के पिता-पुत्री जेल गए थे। मामले की पैरवी में उसकी छोटी पुत्री का पंतनगर थाने में कई बार आना-जाना हुआ। इस दौरान एसएचओ ने युवती असहाय समझकर उससे अश्लील बातें शुरू कर दीं (हालिया वायरल आॅडियो उसी समय की है)। पीडिता के पिता ने बताया कि बीती सात जून को उसके बच्चे घर में अकेले थे।

उसके पड़ोसी और उनके बेटे व दामाद ने आधी रात घर में घुसकर उनसे मारपीट की। सुबह मामले की शिकायत लेकर जब उनके बच्चे थाने पहुंचे तो एसएचओ ने आरोपियों को थाने बुलाकर कुर्सी पर बिठाया और बच्चों को जेल भेजने की धमकी देकर भगा दिया। बच्चे जब एसएसपी के यहां फरियाद लेकर पहुंचे तो उनको वहां से भी डांटकर भगा दिया गया। जब वह मेडिकल कराने जिला अस्पताल पहुंचे तो पुलिस ने डाॅक्टर से उनका मेडिकल करने से भी मना कर दिया। युवती ने एसएसपी डीआईजी सहित सीएम पोर्टल पर भी शिकायत की, लेकिन आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

तब पीडिता ने एसएचओ की पूर्व में रिकाॅर्ड की आॅडियों क्लिप विधायक बेहड़ तक पहुंचाई। उन्होंने मामले से डीजीपी को अवगत कराया और उनकी मांग पर डीजीपी ने आरोपी एसएचओ के खिलाफ जांच कर निलंबन और मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिए। लेकिन दुर्भाग्य है कि एसएसपी ने एसएचओ को निलंबित तो कर दिया, लेकिन उसके खिलाफ अब तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है।

उन्होंने कहा कि यदि आरोपी एसएचओ के खिलाफ मुकदमा नहीं दर्ज होता है, तो वह तीन जुलाई कोएसएसपी कार्यालय पर सांकेतिक धरना प्रदर्शन करेंगे। साथ ही चेताया कि फिर भी मुकदमा नहीं दर्ज हुआ तो वह अपने हजारों समर्थकों के साथ सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।

एसएचओ के कारनामों के दो और मामले भी आए सामने
 विधायक बेहड़ ने बताया कि एसएचओ के निलंबन के बाद पंतनगर से ही दो और मामले सामने आए हैं, जिसमें उसने आरोपियों का साथ दिया और पीड़ित की आवाज कुचल दी। जिसमें एक दलित महिला ने 15 अक्टूबर 2023 को एक तहरीर दी कि उसे दबंगों ने मारपीट कर उसके घर में ताला लगा दिया है और वह दर-दर भटक रही है।

मामले में एसएचओ की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने पर महिला एसएसपी के पास गई, फिर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं दूसरे मामले में एक युवती के अंतिम संस्कार में पहुंचे पिता और भाइयों से दामाद और उसके भाई व दोस्तों ने शमशान घाट में ही मारपीट कर दी। थाने में तहरीर देने पहुंचे पीड़ित पर एसएचओ और सत्ताधारी दल के एक छुटभैया नेता ने दबाव डालकर जबरदस्ती सुलहनामे पर हस्ताक्षर करवा लिए।

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