बाराबंकी: बाढ़ से निपटने की तैयारियों का डीएम और एसपी ने लिया जायजा-अधिकारियों को दिये निर्देश

बाराबंकी: बाढ़ से निपटने की तैयारियों का डीएम और एसपी ने लिया जायजा-अधिकारियों को दिये निर्देश

सूरतगंज/बाराबंकी, अमृत विचार। डीएम और एसपी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र हेतमापुर का निरिक्षण किया। उन्होंने बाढ़ आने से पूर्व हो रही तैयारियों का स्थलीय दौरा किया। उधर बाढ़ पीड़ित की समस्याएं सुनकर तत्काल निस्तारित किए जाने के निर्देश भी मातहतो को दिए। 

जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह शनिवार को हेतमापुर तटबंध पहुंचे। जहां ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि पिछले साल जो पुलिया कट गई थी, उसे बरसात आने से पहले बनवा दिया जाए तो बाढ़ में नाव खेवने वाले कुछ लोगों ने पिछले वर्ष का पैसा दिलाए जाने की मांग की। उन्होंने तहसीलदार महिमा मिश्रा को निर्देश दिये कि तत्काल पैसा खाते में पहुंच जाए। 

वहीं बाढ़ पीड़ित गुलाब, अशोक, शोभित, बिटाना और प्रवेश आदि लोगों ने अपनी-अपनी समस्या डीएम से कहीं। ग्रामीणों ने कहा कि जिन लोगों को जमीन और आवास नहीं मिले हैं। उनको सुविधाएं उपलब्ध करवा दें। तो डीएम ने तहसीलदार से कहा कि जमीन चिन्हित कर, पूरी रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। ताकि लोगो को आवास की सुविधाएं दी जा सकें। कुछ ग्रामीणों ने सुझाव दिया कि बंधे पर जो लोग रुकते हैं, वहां बांस बल्ली से तार खीचे जाते हैं। अगर वहां पर खंभे लगवा दिए जाएं। तो बल्लियों पर तार न खींचने पड़े। 

डीएम ने कहा कि अबकी बार लोहे के खंभे लगवाने की कोशिश की जाएगी। तहसीलदार ने डीएम से कहा कि जो बाढ़ पीड़ित केंद्र बन रहा है। बहुत धीमी गति से बन रहा है। अगर मानसून आने तक एक फ्लोर तैयार हो जाए तो कम से कम उसमें डेढ़ सौ परिवार शरण ले सकेंगे। जिसपर डीएम ने ठेकेदार से बात करके काम तेज गति से करवाने का आश्वासन दिया। कोयलीपुरवा तक खड़ंजा व पुलिया सही कराने, बिझला वाला खड़ंजा जिसमें बीच में गड्ढा हो गया, उसको भी सही करवाये जाने के निर्देश जिला अधिकारी ने दिए संबंधित अधिकारियों को दिये। वहीं बंधा होकर डीएम व एसपी आखिरी गांव भिटौली व कुसौरा तक गए। जहां पर सरयू नदी की ठोकर बन रही है। उसका निरीक्षण किया। यहां बनाई जा रही ठोकरों से भिटौली के साथ कुसौरा गांव को भी बाढ़ से काफी हद तक बचाया जा सकेगा। इस मौके पर तहसील व पुलिस प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

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