बरेली: सरकार ने करोड़ों रुपये दिए फिर भी रोजाना घंटों क्यों गुल हो रही बिजली- वन मंत्री 

बरेली: सरकार ने करोड़ों रुपये दिए फिर भी रोजाना घंटों क्यों गुल हो रही बिजली- वन मंत्री 

बरेली, अमृत विचार : जिले में बिजली संकट से नाराज वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार ने शुक्रवार को अधिकारियों को तलब कर लिया। उन्होंने सर्किट हाउस में बैठक कर अधिकारियों को बेहतर बिजली देने के सख्त निर्देश दिए।

गर्मी में लोगों को परेशानी न हो इसके लिए विभाग ने करोड़ों रुपये के काम कराए लेकिन इसके बावजूद रोजाना घंटों बिजली गुल रह रही है। वन मंत्री ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि शहर और देहात में लगातार बिजली कटौती की जा रही है, जबकि सरकार ने गर्मी में बेहतर बिजली आपूर्ति के लिए करोड़ों रुपये दिए। इस पर अधिकारी बगले झांकने लगे। उन्होंने कहा कि लगातार गलत बिल आने की भी शिकायत मिल रही है। 

गली मोहल्लों में छोटी दुकानें खोलकर जीवन यापन करने वाले लोगों को काॅमर्शियल बिल दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रांसफार्मर देर से बदले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रांसफार्मर ठीक न हो तो तुरंत मोबाइल ट्रांसफार्मर लगाएं।

उन्होंने अधिकारियों से कार्यशैली में भी सुधार करने को कहा। बैठक में मुख्य अभियंता रणविजय सिंह, अधीक्षण अभियंता ग्रामीण अशोक कुमार चौरसिया, अधिशासी अभियंता यूसी सोनकर, अनुज गुप्ता, सत्येन्द्र चौहान, गौरव शुक्ला, अमित कुमार आनंद, भाजपा नेता अनिल कुमार एडवोकेट, आरके रुपनवाल मौजूद रहे।

कैंट विधायक ने बिजली कटौती में सुधार करने को कहा
कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार चौरसिया को अपने कार्यालय में बुलाकर सुभाषनगर, मढीनाथ, हरुनगला, किला आदि क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने ट्रांसफार्मर की लीड, बंच केबल आदि को ठीक कराने को कहा। उन्होंने सुभाषनगर क्षेत्र में जल्द ही नया बिजली उपकेंद्र बनाने को कहा।

यह भी पढ़ें- बरेली: यात्रियों के लिए Good News, अब 26 दिसंबर तक चलेगी काठगोदाम-मुंबई सेंट्रल स्पेशल ट्रेन