![बलिया: शादी का झांसा देकर युवक ने किया यौन शोषण, मामला दर्ज](https://www.amritvichar.com/media/c200x160/2024-05/rape.jpg)
लखनऊ: सरकारी विभागों में ही पुलिस के खिलाफ बन रहा नकारात्मक माहौल, बत्ती और हूटर वाले 3900 वाहनों का हुआ चालान
11 से 18 जून तक हुई कार्रवाई में एक करोड़ शमन शुल्क के रूप में वसूला, अब तक हुए 20 हजार चालान, आईएएस, पीसीएस से लेकर अन्य कार्मिकों में भी हड़कंप
![लखनऊ: सरकारी विभागों में ही पुलिस के खिलाफ बन रहा नकारात्मक माहौल, बत्ती और हूटर वाले 3900 वाहनों का हुआ चालान](https://www.amritvichar.com/media/2024-06/4239.jpg)
लखनऊ, अमृत विचार। यातायात पुलिस द्वारा लाल-नीली बत्ती व हूटर-सायरन के अवैध प्रयोग को रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियान से अब सरकार के विभागों में पुलिस के खिलाफ नकारात्मक माहौल बनने लगा है। हालात देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इससे पुलिस को दूरगामी नुकसान हो सकता है। क्योंकि अन्य विभागों के अफसरों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है।
सर्वाधिक नाराजगी मजिस्ट्रेट स्तर के अफसरों में है। खासकर एडीएम और एसडीएम खासा नाराज हो रहे हैं। इसके अलावा जिले में डीएम के बाद सबसे महत्वपूर्ण पद मुख्य विकास अधिकारी भी इस अभियान की जद में आ रहे हैं। कई मुख्य चिकित्साधिकारी और संभागीय परिवहन अधिकारियों की बत्तियां भी उतारी गई हैं। परिणाम स्वरूप इन अफसरों में नाराजगी बढ़ती जा रही है, जिसका खामियाजा पुलिस को भुगतना पड़ सकता है।
आठ दिन में पौने दो लाख वाहनों की हुई जांच
इन अफसरों के साथ हुई कार्रवाइयां चर्चा में रही
बहराइच के मिहीपुरवा में नायब तहसील तहसीलदार अपनी गर्भवती पत्नी को अस्पताल भर्ती कराने ले जा रहे थे, उन्हें रोककर कार्रवाई की गई। मिर्जापुर में एडीएम के वाहन में लगी बत्ती बीच सड़क उतरवाई गई। सहारनपुर में तैनात महिला एसडीएम का हूटर सीओ ने उतरवाया। कासगंज में तैनात एसडीएम का हूटर उतरवाया गया। चर्चा यह भी रही कि पुलिस कर्मी जिन अफसरों से चिढ़ते थे, इसी अभियान की आंड़ में अपना खुन्नस भी निकाला।
ये भी पढ़ें -NEET में धांधली के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन, पुलिस से भिड़े कार्यकर्ता-अजय राय हिरासत में