हल्द्वानी: अब STH में बच्चों का इलाज के साथ होगा मनोरंजन

कई प्रकार के खिलौने और छोटे झूले लगेंगे, स्पोट्स रूम का जल्द होगा उद्घाटन

हल्द्वानी: अब STH में बच्चों का इलाज के साथ होगा मनोरंजन

हल्द्वानी, अमृत विचार। कुमाऊं के सबसे बड़े डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय (एसटीएच) में अब बच्चों का इलाज के साथ ही मनोरंजन होगा। इसके लिए अस्पताल के बाल रोग वार्ड में एक कमरा तैयार किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न प्रकार के खिलौने और झूले लगाये जायेंगे। इसमें उन बीमार बच्चों को खेलने दिया जायेगा जो अस्पताल में भर्ती होने के बाद ठीक होने लगे हैं और चल फिर सकते हैं।

बच्चों का मन खेलने और कूदने की ओर ज्यादा सक्रिय होता है। जब बच्चे बीमार होते हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आती है तब सबसे ज्यादा दिक्कत इस बात की आती है कि बच्चों को लंबे समय तक वार्ड में रखने पर वह चिड़चिड़े होने लगते हैं।

अस्पताल का माहौल बच्चों को उदास करने वाला होता है। इसको लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी की बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. रितु रखोलिया एसटीएच के बाल रोग वार्ड में एक कमरा तैयार करा रहीं हैं, जिसे स्पोर्ट्स रूम का नाम दिया गया है। इस कमरे में बच्चों के खेलने के लिए कई प्रकार के खिलौने और छोटे झूलों का इंतजाम किया जाएगा। इससे बच्चों का मन खुश होगा और उन्हें ठीक होने में और भी मदद मिलेगी। जल्द ही स्पोर्ट्स रूम का उद्घाटन हो जायेगा।

कुछ बीमारियों में सक्रियता की भी जरूरत
बच्चों में कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं, जिनमें उनका शारीरिक रूप से सक्रिय रहना भी जरूरी है। ऐसे बीमार बच्चों के उपचार में भी स्पोर्ट्स रूम मददगार साबित होगा। अस्पताल प्रशासन यह कोशिश रहा है कि उपचार के दौरान बच्चों को ज्यादा से ज्यादा मनोरंजक माहौल मिले, जिससे वह शीघ्र स्वस्थ्य हों। कोरोनाकाल के दौरान पीड़ित बच्चों के उपचार के लिए जो कमरे तैयार किए गए थे, उनमें मिकी माउस, छोटा भीम, डोरेमोन आदि के चित्र लगाए गए थे। 

बच्चों के लिए एक कमरा तैयार किया जा रहा है, जिसमें खिलौने होंगे। सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही कमरा तैयार हो जाएगा। जिससे बच्चों को अस्पताल में और भी अच्छा माहौल मिलेगा।
- डॉ. ऋतु रखोलिया, विभागाध्यक्ष बाल रोग विभाग

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