बाराबंकी: अब परिवार रजिस्टर की नकल होगी ऑनलाइन, नहीं लगानी पड़ेगी दौड़

अभी तक मैनुअली ही दी जाती थी नकल, सचिव करते थे मनमानी, खूब होती थी वसूली, इस नई व्यवस्था से ग्रामीणों को मिलेगी राहत

बाराबंकी: अब परिवार रजिस्टर की नकल होगी ऑनलाइन, नहीं लगानी पड़ेगी दौड़

रीतेश श्रीवास्तव/बाराबंकी, अमृत विचार। परिवार रजिस्टर की नकल पाने के लिए अब ग्रामीणों को कई दिनों तक सचिवों की जी-हुजूरी के साथ उनसे संपर्क साधने के लिए दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। ग्रामीण अब आसानी से अपने निकट के किसी भी जनसेवा केंद्र से यह नकल निकलवा सकेंगे। प्रदेश सरकार द्वारा खतौनी की तरह ही परिवार रजिस्टर की नकल को भी ऑनलाइन करने के आदेश के बाद ग्रामीणों को इसका लाभ मिलने जा रहा है। अब तक यह नकल मैनुअली तौर पर दी जाती थी। इसे जारी करने के एवज में सचिवों द्वारा धनराशि की मांग भी की जाती थी लेकिन इस नई व्यवस्था से ग्रामीणों को राहत मिलने जा रही है।

ग्राम पंचायतों में बनने वाले परिवार रजिस्टर की नकल काफी महत्वपूर्ण होती है। यह एक ऐसा सरकारी दस्तावेज होता है, जिसे ग्रामीणों को कई सेवाओं का लाभ लेने के लिए लगाना पड़ता है। अभी की व्यवस्था के तहत, परिवार रजिस्टर की नकल ग्रामीणों को मैनुअल दी जाती है। इसके लिए उन्हें मिनी सचिवालय या ब्लाक कार्यालय की दौड़ लगानी पड़ती है। पंचायत सचिवों की जी-हुजूरी करनी पड़ती है। अब शासन ने इसका ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है।

ग्रामीण किसी भी कैफे या जन सुविधा केंद्र से ऑनलाइन नकल निकलवा सकेंगे। सचिवों को पहले ही इसे अपडेट करने के आदेश दिए जा चुके हैं। साथ ही ऑनलाइन करने के लिए सचिवों को प्रशिक्षण देने की तैयारी है। डीपीआरओ कार्यालय में इस संबंध में शासनादेश मिलने के बाद ब्लॉकवार सचिवों को प्रशिक्षण देना भी शुरु कर दिया गया है। संभवत: जुलाई माह से ग्रामीण अब ऑनलाइन किसी भी जनसेवा सुविधा केंद्र पर जाकर यह दस्तावेज आसानी से हासिल कर सकेंगे। जिले के 15 विकास खंड क्षेत्र में आने वाले 1154 ग्राम पंचायतों में परिवार रजिस्टर को ऑनलाइन करने की शुरुआत की जा रही है।

पंचायतीराज विभाग का दावा है कि जिले की सभी ग्राम पंचायतों में परिवार रजिस्टर की नकल अपडेट कर ली गई है। डीपीआरओ नितेश भोंडेले ने बताया कि  परिवार रजिस्टर की नकल को ऑनलाइन करने के लिए शासन के निर्देश पर सचिवों की बैठकें लगाकर प्रशिक्षित किया जा रहा है। जल्द ही ग्रामीणों को अब ऑनलाइन नकल मिलने लगेगी।

ब्लॉकवार शुरु हुआ सचिवों का प्रशिक्षण

परिवार रजिस्टर की नकल को ऑनलाइन करने से पहले कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना भी जरूरी है ताकि किसी प्रकार की रुकावट न आ सके। निदेशालय के निर्देश पर डीपीआरओ ने एडीओ पंचायत के नेतृत्व में सचिवों के साथ बैठक की तैयार की गई रूपरेखा के आधार पर इन सभी काे प्रशिक्षित किया जा रहा है। बीते 14 जून से 2 जुलाई तक सभी ब्लॉकों के सचिवों को प्रशिक्षित करने के साथ परिवार रजिस्टर की नकल को डिजिटिलाइजेशन किया जाएगा।

सभी बैठकें शाम पांच बजे लगाई गईं हैं। जिसमें 14 जून को बंकी, 15 को देवा, 18 को दरियाबाद, 19 को मसाैली, 20 को हरख, 21 को फतेहपुर, 22 को रामनगर, 24 को पूरेडलई, 25 को सिरौलीगौसपुर, 26 को निंदूरा, 27 को सूरतगंज, 28 को हैदरगढ़, 29 को सिद्धौर,  एक जुलाई को त्रिवेदीगंज और दो जुलाई को बनीकोडर ब्लॉक के एडीओ पंचायत व सचिवों को प्रशिक्षित करने की तिथियां निर्धारित की गईं हैं।

बैठक से आनाकानी, रोका सभी एडीओ को वेतन

परिवार रजिस्टर की नकल ऑनलाइन व्यवस्था से जारी होने के चलते सचिवों या उनके मातहतों की ऊपरी कमाई का एक सीधा स्रोत टूटता दिख रहा है। तभी को निर्धारित तिथियों में  लगाई गईं सचिवों की बैठकों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। कई सचिव को गायब हो जा रहे हैं। इसे लेकर डीपीआरओ ने इसमें एडीओ पंचायत की जवाबदेही तय करते हुए पंद्रह ब्लॉकों के एडीओ पंचायत का वेतन रोक दिया है। और निर्देशित किया है कि अपने-अपने ब्लॉकों के ग्राम पंचायताें की सूची के साथ उपलब्ध हों।

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