लखनऊ: चिनहट उपखंड में चार हजार उपभोक्ताओं पर 10 करोड़ बकाया
लखनऊ, अमृत विचार। चिनहट खंड के चिनहट उपखंड में सिर्फ चार हजार उपभोक्ताओं पर 10 करोड़ से ज्यादा का बकाया है। ये सभी बकाएदार उपभोक्ता 10 हजार से ऊपर के हैं। वहीं चिनहट उपखंड अधिकारी राहुल शर्मा की ओर से इन सभी बकाएदारों के कनेक्शन काटने के लिए विशेष तरह की योजना तैयार की जा …
लखनऊ, अमृत विचार। चिनहट खंड के चिनहट उपखंड में सिर्फ चार हजार उपभोक्ताओं पर 10 करोड़ से ज्यादा का बकाया है। ये सभी बकाएदार उपभोक्ता 10 हजार से ऊपर के हैं। वहीं चिनहट उपखंड अधिकारी राहुल शर्मा की ओर से इन सभी बकाएदारों के कनेक्शन काटने के लिए विशेष तरह की योजना तैयार की जा रही है।
उपखंड अधिकारी ने कहा कि या तो यह सभी बकाएदार उपभोक्ता बिल का भुगतान कर देंगे या इनके कनेक्शनों को काट दिया जाएगा। राहुल शर्मा ने बताया कि सरकार की ओर से बिजली चोरी रोकने, लाइन हानियां कम करने और बकाएदारों के कनेक्शनों के काटे जाने का सख्त निर्देश है। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर कार्रवाई की जा रही है।
अविकसित कालोनियां, इसलिए ज्यादा बिजली चोरी
उपखंड अधिकारी की माने तो चिनहट उपखंड के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा अविकसित कालोनियां है। बिल्डरों द्वारा कालोनियों को तैयार कर बिना बिजली लाइनों के बनाए ही बेच दिया गया। ऐसे में लाइनों के बने नहीं होने से लोग लंबी दूरी से लाइनों को खींच बिजली चोरी करते हैं। उन्होंने बताया कि इन सभी कालोनियों के लोगों को जो बिजली चोरी करते हैं, उन्हें नियमित, वैध कनेक्शन देने की कोशिश की जा रही है। लोगों को जागरूक करने के साथ ही बिजली नहीं चोरी करने का संदेश दिया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि बहुत से उपभोक्ताओं ने बिजली चोरी को बंद कर नियमित कनेक्शन ले लिया है। इसके साथ ही सरकार की योजनाओं का भी लाभ उपभोक्ताओं को देने की कोशिश की जा रही है।
मंत्री की नजरों में रहता है यह उपखंड
बता दें कि चिनहट उपंखड बहुत ही चर्चित और विवादित उपखंड कार्यालय रहा है। यह उपखंड ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के नजरों में प्राथमिकता से रहा है। उपभोक्ताओं को किसी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े, उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से निस्तारित करने के निर्देश दे चुके हैं। बता दें कि मंत्री इस उपखंड कार्यालय का अब तक के सभी खंडों या उपखंडों में सबसे ज्यादा दौरा कर चुके हैं।
कोई छह महीने तो कोई साल भर में चलता बना
चिनहट उपखंड में कोई भी उपखंड अधिकारी ज्यादा दिनों तक नहीं टिक सका है। कोई छह महीने में चला गया तो कोई साल भर में। बीजेपी सरकार बनने के बाद यहां पर सबसे पहले तेज उपखंड अधिकारी दीपक मिश्रा की तैनाती हुई। उन्होंने काम में तेजी लाते हुए बिजली चोरी रोकने के साथ ही दलालों पर लगाम कसने की कोशिश की, लेकिन दलालों का कॉकस इतना मजबूत रहा कि मंत्री ने शिकायतों के आधार पर उन्हें हटा दिया। वहीं अयोध्या से आए रमाशंकर पाल भी मात्र एक साल के लिए इस कुर्सी पर रह सके। वहीं राहुल शर्मा ने भी बिजली चोरी रोकने के साथ ही दलालों पर नियंत्रण करने की कोशिश में लगे हुए हैं। बहुत हद तक उन्होंने बिजली चोरी रोकने और दलालों पर नियंत्रण रखने में सफल हुए हैं। लेकिन उन्हें अभी और कोशिश करनी होगी।
