अंबेडकरनगर: प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत, चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगा परिजनों और ग्रामीणों ने सड़क जाम

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Published By Deepak Mishra
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पुलिस ने आयुष मल्टीप्ल हॉस्पिटल में कार्यरत चिकित्सक फूलचंद मौर्य के विरुद्ध दर्ज किया मुकदमा, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल किया सील

बसखरी/अंबेडकरनगर, अमृत विचार। स्थानीय थाना क्षेत्र में स्थित एक निजी अस्पताल की लपरवाही एक बार फिर सामने आई है। निजी चिकित्सालय में प्रसव करने के लिए आई महिला व नवजात शिशु की मौत हो गई। दोनों की मौत से आक्रोशित परिजन और मौके पर पहुंचे सैकड़ों ग्रामीणों ने निजी अस्पताल के चिकित्सकों व स्टाफ नर्स के ऊपर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव को सडक़ पर रखकर विरोध-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। 

वहीं इसी बीच अस्पताल में तैनात चिकित्सक, स्टाफ नर्स व सारे स्टाफ मौका पाकर नदारत हो गए। पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी निरीक्षक संत कुमार सिंह ने जाम हटवाने के लिए लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया। लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पाई थीं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई थानों के थाना अध्यक्षों के साथ उप जिलाधिकारी टांडा और क्षेत्राधिकार ने पहुंचकर लोगों को समझा-बूझकर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए किसी तरीके से जाम को हटाने में सफलता पाई। 

बता दें कि मामला बसखारी थाना क्षेत्र के अकबरपुर बसखारी रोड पर स्थित आयुष मल्टीप्ल हॉस्पिटल बसखारी से जुड़ा हुआ है। जहां पर शनिवार  को छांगुरपुर मिश्रौलिया निवासिनी रीना देवी उम्र लगभग 24 वर्ष पत्नी राजन को प्रसव पीड़ा के चलते भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन से प्रसव करने की बात कर चिकित्सकों ने प्रसव पीडि़ता के परिजनों से ऑपरेशन के नाम पर 60 हजार रुपए जमा करवाकर रविवार को ऑपरेशन कर प्रसव कराया। इसके कुछ देर बाद नवजात शिशु की मौत हो गई। जिसे अस्पताल के कर्मचारियों ने परिजनों के सुपुर्द कर दिया। 

मृत नवजात शिशु की अंत्येष्टि करने के बाद अस्पताल में लौटे परिजनों को प्रसूता रंजना की भी मौत की खबर मिली। वहीं दोनों की मौत सुनकर परिजन आक्रोशित हो गए और सैकड़ों ग्रामीणों के साथ शव को सडक़ पर रखकर बसखारी अकबरपुर राजमार्ग को जाम कर दिया। इधर अस्पताल के चिकित्सक, स्टाफ  नर्स और सारा स्टाफ  मौका देखकर गायब हो गए।

बसखारी थाना अध्यक्ष संत कुमार सिंह भी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। लेकिन उन्हें जाम हटवाने में सफलता नहीं मिल पाई। तीन घंटे तक रहे सडक़ जाम और विरोध प्रदर्शन को देखते हुए थानाध्यक्ष सम्मनपुर राजेश सिंह, जलालपुर संतोष कुमार, काटका यादवेंद्र सोनकर, आलापुर राकेश कुमार, हंसवर सुनील कुमार पांडे, महिला थाना अध्यक्ष प्रियंका पांडे भी सुरक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए मौके पर पहुंच गई। 

इसके बाद उप जिलाधिकारी टांडा मोहन लाल गुप्ता और क्षेत्राधिकार अकबरपुर सुरेश कुमार मिश्रा ने मौके पर पहुंचकर उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिलाते हुए किसी तरह से लोगों को समझा बूझकर सडक़ जाम से लोगों को मुक्ति दिलाई। वहीं इस मामले में बसखारी पुलिस ने आयुष मल्टीप्ल हॉस्पिटल के कार्यरत चिकित्सक फूलचंद मौर्य के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर मृतक प्रसुता के शव का पंचनामा भरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 

थानाध्यक्ष बोले-

इस संदर्भ में थाना प्रभारी निरीक्षक संत कुमार सिंह ने बताया कि चिकित्सक के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है। 

सीएमओ बोले- अवैध रूप से संचालित था अस्पताल:

उधर मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएमओ डॉ. राजकुमार के निर्देश पर अपर सीएमओ डॉ. रामानंद स्वास्थ्य टीम के साथ मौके पर पहुंचे और आयुष मल्टीप्लेक्स हॉस्पिटल को सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी। सीएमओ डॉ. राजकुमार ने बताया कि आयुष मल्टीप्लेक्स हॉस्पिटल अवैध रूप से संचालित था। जिसको पूरी तरीके से सील कर इसके विरुद्ध अन्य कार्रवाई की जा रही है। 

वहीं पर परिजनों ने आरोप लगाया है कि प्रसूता की मौत भी नवजात शीशु के साथ हो गई थी। लेकिन अस्पताल प्रबंधन तंत्र ने इसे छुपाए रखा और परिजनों को गुमराह करते हुए मरीज की स्थिति गंभीर होने का हवाला देकर अपने निजी एंबुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया। जहां से जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने मेडिकल कॉलेज सदरपुर के लिए भेज दिया। मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर चिकित्सकों ने बताया कि प्रसूता की मौत पहले ही हो चुकी है।

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