प्रयागराज: प्राइवेट कोचिंग संस्थान के खिलाफ छात्रों ने सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई एफआईआर, जानें मामला

प्रयागराज: प्राइवेट कोचिंग संस्थान के खिलाफ छात्रों ने सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई एफआईआर, जानें मामला

प्रयागराज, अमृत विचार। शहर की नामचीन प्राइवेट शिक्षण संस्थान के डायरेक्टर सहित अन्य कर्मचारियों के खिलाफ 74 छात्रों की सिविल लाइंस थाने में तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। छात्रों के अभिभावकों का आरोप है कि उनके साथ संस्थान ने धोखाधड़ी किया है। पुलिस ने मामले में केस दर्ज जांच शुरू कर दी है। 

सिविल लाइंस में एक निजी कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले 74 छात्र अपने अभिभावकों के साथ रविवार को सिविल लाइंस थाने पहुंच गये। जहां उन्होंने कोचिंग संचालक और अन्य कर्मियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी करने के मामले में तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। अभिभावकों के मुताबिक संस्थान की धांधले बाजी के चलते अब कोचिंग बंद होने की कगार पर आ चुकी है। जिससे अब छात्रों का भविष्य संकट में है।

कुछ कर्मचारियों ने ही बताया की संस्थान में कर्मियो को सैलरी नहीं मिल रही है। कई महीनो से पेमेंट रुका हुआ है। जिसकी वजह से छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। आरोप लगाया है कि कोचिंग के नाम पर लाखों रुपये वसूलने के बाद धोखाधड़ी की गयी है। छात्रों से तीन तीन लाख रुपये ले लिए गये है। अब पढ़ाई भी नहीं हो रही है। 

जिसके बाद अभिभावकों ने  मैनेजिंग डॉयरेक्टर डीके गोयल, मुख्य वित्तीय अधिकारी राजीब बब्बर, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी मनीष आनंद, ब्रांच प्रशासनिक अधिकारी अनूप श्रीवास्तव, अमित पांडेय व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं इंस्पेक्टर सिविल लाइंस राम आश्रय सिंह ने बताया कि छात्रों के अभिभावकों की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है। कर्मचारियों को बुलाकर पूछताछ की जाएगी। मामले में जांच की जा रही है।

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