बदायूं: बिना अनुमति बनवा रहे थे मदरसा, पुलिस ने रुकवाया निर्माण कार्य

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Published By Vikas Babu
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कुंवरगांव, अमृत विचार: जिला प्रशासन से अनुमति लिए बिना एक गांव में मदरसा का निर्माण कराया जा रहा था। ग्रामीणों ने अधिकारियों को सूचना दी। नायब तहसीलदार और प्रभारी निरीक्षक पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे। निर्माण करा रहे लोगों से अभिलेख मांगे लेकिन वह नहीं दिखा सके। पुलिस ने निर्माण कार्य रुकवाया है। भविष्य के लिए चेतावनी दी है। 

मामला थाना कुंवरगांव क्षेत्र के गांव दुगरइया का है। गुरुवार दोपहर कुंवरगांव के प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र बहादुर को सूचना मिली की गांव में प्रशासन से अनुमति लिए बिना कुछ लोग मदरसा का निर्माण करा रहे हैं। दीवारें खड़ी करके लिंटर डालने का काम चल रहा है। प्रभारी निरीक्षक ने अधिकारियों को सूचना दी और पुलिस बल के साथ गांव पहुंच गए। 

कुछ देर के बाद सदर तहसील के नायब तहसीलदार निरंकार और हल्का लेखपाल बृजेश कुमार मौके पर पहुंच गए। गांव निवासी इसरार निर्माणाधीन भवन पर लिंटर डलवा रहा था। नायब तहसीलदार के पूछने पर उसने बताया कि वह छोटे बच्चों की प्राथमिक शिक्षा के लिए कक्षा एक से कक्षा पांच तक का स्कूल खोलना चाहता है। जिसके लिए भवन तैयार कर रहा है। 

नायब तहसीलदार ने इसरार ने मान्यता संबंधित कागजात मांगे लेकिन इसरार मान्यता और निर्माण से संबंधित कोई कागज नहीं दिखा सके। जिसके चलते राजस्व विभाग और पुलिस ने निर्माण कार्य रुकवा दिया। अधिकारियों ने ग्रामीणों से जानकारी करके जांच की। पता चला कि इसरार न न तो स्कूल खोलने के लिए कोई आवेदन किया है और न ही किसी भी विभाग से एनओसी ली है। 

तकरीबन आठ महीने पहले भी इसरार ने मदरसा का निर्माण कराने की कोशिश की थी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी और निर्माण कार्य रुकवा दिया था लेकिन अब चोरी छिपे भवन का निर्माण कार्य पूरा कर लिया। गुरुवार को सटरिंग करके लिंटर डलवाने की तैयारी चल रही थी। गांव में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। 

गुरुवार दोपहर गांव दुगरइया में बिना अनुमति लिए मदरसा का निर्माण कराने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचे और निर्माण कार्य रुकवा दिया था। अधिकारियों को अवगत कराया था। नायब तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर जांच की। निर्माण कार्य करा रहे व्यक्ति के पास संबंधित कोई भी अभिलेख नहीं था- राजेंद्र बहादुर सिंह, प्रभारी निरीक्षक, थाना कुंवरगांव।

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