CAA: भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू
बरेली, अमृत विचार। नागरिकता संशोधन अधिनियम यानी सीएए बड़ा चुनावी मुद्दा बना और विपक्ष की आलोचना के बीच चुनाव से ऐन पहले इसे मंजूरी भी मिल गई। अब चुनाव निपटते ही सीएए के तहत भारतीय नागरिकता देने के लिए आवेदन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश के कई लोगों की ओर से ऑनलाइन आवेदन के बाद जिला स्तरीय समिति ने उनकी जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार को पीलीभीत जिले में आवेदनों की जांच की गई। जिला स्तरीय सीएए कमेटी का अध्यक्ष प्रवर डाक अधीक्षक को बनाया गया है।
अधिकारियों के अनुसार अब तक बरेली,बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर में 20 से ज्यादा लोगों ने सीएए के तहत नागरिकता के लिए आवेदन किया है। तय नियमों के तहत जांच होने के बाद आवेदकों को नागरिकता देने की आगे की प्रक्रिया के लिए आवेदनों को प्रदेश स्तरीय जांच समिति और फिर गृह मंत्रालय भेजा जाएगा। 14 अप्रैल से ही भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन आने शुरू हो गए थे। अब तक आवेदन करने वालों में ज्यादातर लोग बांग्लादेश और अफगानिस्तान के हैं। कुछ पाकिस्तान के भी हैं। आवेदकों ने सीएए वेब पोर्टल पर आवेदन किए थे।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जो लोग पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश से धार्मिक आधार पर प्रताड़ित होकर 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत आए हैं, उनमें से हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों को नागरिकता दी जाएगी। नियमानुसार इन्हीं देशों के लोग नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं।
बदायूं मंडल के डाक अधीक्षक देंवेंद्र सिंह ने बताया कि जिला स्तरीय समिति के पास सीएए के तहत आए आवेदनों का सत्यापन जारी है। आवेदकों को मूल दस्तावेज के साथ व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के लिए ईमेल और एसएमएस के जरिए तारीख और समय की जानकारी दी जा रही है।
आवेदन के साथ देने होंगे 29 दस्तावेज
सीएए के तहत शरणार्थी भारतीय नागरिकता के लिए सीएए वेब पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करते समय बताना होगा कि वह भारत कब आए। इसके साथ भारतीय नागरिकता के लिए 29 दस्तावेजों की जरूरत होगी। इनमें से नौ दस्तावेजों के जरिए आवेदकों को यह साबित करना होगा कि वे पाकिस्तान, बांग्लादेश या अफगानिस्तान के नागरिक हैं। बाकी 20 दस्तावेज बताएंगे कि आवेदक किस तारीख को भारत में आए हैं।
ये भी पढे़ं- Bareilly News: मेयर बोले, मुख्यमंत्री का आदेश नहीं मानते इंजीनियर...मेरी क्या सुनेंगे
