गदरपुर में अवैध खनन का कार्य जोरों पर, आंखें मूंदे बैठा प्रशासन

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Published By Bhupesh Kanaujia
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गदरपुर, अमृत विचार। राजस्व विभाग और पुलिस की मिलीभगत के चलते मिट्टी के अवैध खनन का गोरखधंधा क्षेत्र में खूब फल फूल रहा है। इससे एक ओर सरकार को रोजाना लाखों रुपये राजस्व की चपत लगाई जा रही है तो वहीं दूसरी ओर ओवरलोड तेज रफ्तार डंपर लगातार दुर्घटनाओं का सबब बन रहे हैं। ऐसे में अवैध खनन वाहनों पर कार्रवाई करने के बजाय प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। इससे खनन माफियाओं के हौसले बढ़ते जा रहे हैं। 

ब्लॉक क्षेत्र इन दिनों अवैध खनन के धड़ल्ले से चल रहे अवैध कारोबार को लेकर लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। जहाँ एक ओर नियमों को ताक पर रखकर अवैध खनन के चल रहे गोरख धंधे की आड़ में खनन माफिया खूब फल फूल रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर  खुलेआम लाखों रुपए की राजस्व चोरी की जा रही है।

कॉलोनाइजर के द्वारा काटी जा रही कॉलोनियों के अलावा क्षेत्र में 4 फीट से लेकर 7 फीट की ऊंचाई तक मिट्टी डाली जा रही है। यह सारा कारोबार शाम 7 बजे से सुबह 6 तक हो रहा है। रात्रि में बिना अनुमति के रात के अंधेरे में खनन माफिया डंपरों से अवैध खनन को लगातार अंजाम देने में जुटे हैं। इससे जहां सरकार को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। वहीं रात के अंधेरे में चल रहे बेकाबू डंपरों से सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं।

क्षेत्र के ग्राम गोपाल नगर बलराम नगर एन एच 74 के दोनों तरफ के अलावा दिनेशपुर रोड गदरपुर रुद्रपुर रोड पर सैकड़ो डंपर मिट्टी डाल चुके हैं। ओवरलोड डंपरों की वजह से क्षेत्र की सड़कों की हालत बदहाल हो गई है। अगर ग्रामीण शिकायत लेकर थाने पहुंचते हैं तो उन्हें तहसील भेज दिया जाता है।

रात्रि में चलाए जा रहे डंपरों के खिलाफ कोई कार्रवाई न किए जाने से राजस्व विभाग और पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी तमाम सवाल  खड़े हो रहे हैं। बता दें कि गूलरभोज क्षेत्र में हुई लापरवाही से डंपर चला रहे चालक द्वारा बाइक सवार को टक्कर मार दी थी, जिससे बाइक सवारी युवक की मौके पर मौत हो गई थी।

सूचना पर उप जिला अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंची और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। सूत्र बताते हैं कि जिस रास्ते से मिट्टी की परमिशन दी गई थी वह रास्ता खराब था तो डंपर चालकों ने दूसरे रास्ते से जाना शुरू कर दिया जिससे युवक की मौत हो गई। इस संबंध में जब उप जिलाधिकारी गौरव पांडे से बात की गई तो उनका कहना था कि अवैध मिट्टी खनन को रोकने के लिए सरकार द्वारा प्राइवेट एजेंसी को जिम्मेदारी दी गई है। उप जिलाधिकारी मामले पर कार्रवाई के बजाय पल्ला झाड़ते नजर आए।

पल्ला झाड़ रहे अधिकारी
अपर पुलिस अधीक्षक अभय प्रताप सिंह का इस मामले में कहना है कि मामले की जिम्मेदारी मजिस्ट्रेट की है। अगर वह पुलिस का सहयोग रात्रि को लेना चाहे तो ले सकते हैं। अगर क्षेत्र में मिट्टी का अवैध खनन हो रहा है तो थाना अध्यक्ष को कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए।

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