Kanpur Crime: सचेंडी के बाद नजीराबाद पुलिस का कारनामा...बिना किसी वजह युवक को पीटा, पीड़ित ने खाया जहर, मौत
कानपुर में पुलिस की दहशत में आकर युवक ने जान दे दी
कानपुर, अमृत विचार। सचेंडी में पुलिस की वसूली से त्रस्त होकर सब्जी विक्रेता के जान देने का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ था कि नजीराबाद पुलिस ने एक कारनामा कर डाला। आरोप है कि थानाक्षेत्र में एक युवक ने पुलिस की प्रताड़ना और दहशत के कारण जहर खाकर जान दे दी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
परिवार का आरोप है कि पुलिस ने बिना किसी वजह उसे बेरहमी से पीटा। इससे वह इस कदर डर गया था कि एक सप्ताह तक घर नहीं आया। इसके बाद लौटा तो जहरीला पदार्थ खाकर मौत को गले लगा लिया। परिजनों और इलाकाई लोगों में पुलिसकर्मियों के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
नजीराबाद थानाक्षेत्र के आरके नगर चूना भटिया निवासी 34 वर्षीय संतोष उर्फ बब्लू होजरी का काम करता था। बड़े भाई हरीशंकर, बहन रानी ने आरोप लगाया कि पिछले मंगलवार को पड़ोसी गंगाराम के घर दो पक्षों में विवाद को शांत कराने पुलिसकर्मी आए थे। उसी दौरान संतोष उर्फ बब्लू नशे में अपनी मां रामप्यारी से लड़ गया। शोर-शराबा होने पर पुलिसकर्मी उसके घर भी पहुंच गए।
पुलिस को देखकर संतोष ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। पुलिसकर्मियों के कहने पर भी दरवाजा नहीं खोला। इस पर पुलिस बगल की दीवार फांदकर घर में घुस गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि छह पुलिसकर्मियों ने दरवाजे का एक पल्ला तोड़ डाला। इसके बाद संतोष को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया और उसका एंड्रायड मोबाइल छीन लिया।
बड़े भाई हरीशंकर, मां रामप्यारी व बहन ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी संतोष को घसीटकर ले जाने लगे। काफी मिन्नतें करने के बाद उन लोगों ने उसे छोड़ दिया लेकिन उसका मोबाइल पुलिस वाले ले गए। इसके बाद संतोष ने हाथ की नस काट ली। पुलिस की दहशत के कारण उसने घर में रहना बंद कर दिया था। मां ने बताया कि वह अगले दिन थाने गईं और पुलिसकर्मी से संतोष का फोन मांगा तो उन्होंने संतोष को लेकर आने की बात कही।
संतोष किसी हालत में थाने जाने को तैयार न था और पुलिस वाले उसे बुलाने पर अड़े थे। इससे डरकर सोमवार को संतोष ने घर आकर जहरीला पदार्थ पीने की जानकारी दी। उसे हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां सोमवार देर रात उसकी मौत हो गई। परिजनों और इलाकाई लोगों ने पुलिस की प्रताड़ना के कारण उसकी जान जाने का आरोप लगाया है।
विसरा सुरक्षित, पुरानी चोट के मिले निशान
बड़े भाई हरीशंकर ने बताया कि मंगलवार को संतोष उर्फ बब्लू के शव का पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट न होने से विसरा सुरक्षित रखा गया है। कौन से जहरीले पदार्थ का इस्तेमाल हुआ था, इसकी जांच के लिए विसरा को फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। संतोष के पैरों और हाथों की उंगलियों और शरीर पर पुरानी आधा दर्जन चोटों के निशान मिले हैं। जिसे लगभग एक सप्ताह पहले का बताया गया है।
हर वक्त लगता था कि पुलिस उठा ले जाएगी
नजीराबाद थानाक्षेत्र में होजरी कारीगर संतोष उर्फ बब्लू की पुलिस की दहशत में जहर खाने से मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने बच्चे को बहुत मारा, बाल पकड़कर घसीटा, जूते से हाथ की अंगुलिया दबाईं। वह इतना डर गया था कि उसे हर वक्त यही लगता था कि पुलिस उसे उठा ले जाएगी। इसलिए वह दहशत के कारण घर में नहीं रह रहा था। सोमवार को वह जहरीला पदार्थ खाकर घर आया था। बड़े भाई हरीशंकर के अनुसार भाई उस रात बहुत डर गया था वह बार बार कह रहा था पुलिस ले जाएगी। उसे खौफ था कि घर जाएगा तो पुलिस उठा ले जाएगी। इसी डर में उसने जहर खा लिया।
महिला ने खुद पुलिस को फोन करके बेटे की नशेबाजी के बारे में बताया था। मारपीट की बात बिल्कुल असत्य है। परिवार जो भी आरोप लगा रहा है, उनकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।- कौशलेंद्र प्रताप सिंह, नजीराबाद थाना प्रभारी
परिजनों के आरोप पूरी तरह से असत्य और निराधार हैं। महिला की सूचना पर ही पुलिस गई थी। बेटे के खिलाफ कोई कार्रवाई न चाहने के कारण पुलिस वापस लौट आई थी।- आरएस गौतम, डीसीपी सेंट्रल
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