लखनऊ: सड़क पर कम, एक्स पर पुलिस की दिखती है 'जोरदार' गश्त, राजधानी की सड़कों पर मारपीट, लूट, हत्या से जैसे अपराध से लोग है भयभीत

लखनऊ पुलिस के ट्वीटर हैंडल पर आलाधिकारी के संग पुलिस कर्मी हैशगैट कर रहे मुस्तैदी

लखनऊ: सड़क पर कम, एक्स पर पुलिस की दिखती है 'जोरदार' गश्त, राजधानी की सड़कों पर मारपीट, लूट, हत्या से जैसे अपराध से लोग है भयभीत

लखनऊ, अमृत विचार। अभी ज्यादा दिन नहीं हुए जब पति और बच्चे के संग बाइक से जा रही महिला की अलीगंज थाना क्षेत्र में पल्सर सवार बदमाशों ने चेन खींच ली थी। महिला समेत बच्चा सड़क पर गिरकर गंभीर रुप से चोटिल हुआ था। तब पुलिस की गश्त कहां थी। चंद मिनटों में लुटेरे भाग गए थे। आज तक उन लुटेरों की कोई खोज-खबर नहीं लग सकी। 

यह घटना महज बानगी मात्र है। शहर में सरेराह वारदातों का एक लम्बा सिलसिला बदस्तूर जारी है, लेकिन कागजों और सोशल मीडिया पर जोरदार गश्त दिखाई पड़ रही है। सड़कों पर पुलिस की गश्त भले ही ढूंढने में वक्त लगे पर एक्स हैंडल पर आला अफसरान के साथ बाकायदा 'जोरदार' गश्त चल रही है। लेकिन हुई वारदातों से पुलिसिया गश्त के दावे मेल नहीं खा रहे हैं।

अगर गश्त होती तो यह वारदात न होती

गत 20 मई को ठाकुरगंज थानाक्षेत्र अन्तर्गत कैंपवेल रोड में ई-रिक्शे में बैठे युवक को चालक बेसुध हालत में बीच सड़क पर फेंककर फरार हो गया। घटना के वक्त ई-रिक्शे पर कई लोग सवार थे पर किसी ने कुछ नहीं कहा। जब घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर पुलिस ने युवक को केजीएमयू में भर्ती कराया। जहां उसकी मौत हो गई।

गत 24 मई की रात हजरतगंज थानाक्षेत्र अन्तर्गत सेठ रामजस रोड पर मोबाइल संचालक प्रमोद गुप्ता पर जानलेवा हमला किया गया था। हमलावर ने उसे तीन गोलियों मारी थी, लेकिन एक गोली मिस हो गई थी और दूसरी पीठ और तीसरी जबड़े में लगने से प्रमोद वहीं गिर गया था, उसे ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया है। हालांकि पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार जेल भेज दिया है।

गत 25 मई को पारा थानाक्षेत्र अन्तर्गत कुमारपुरम निवासी दिलीप चौहान ने तालकटोरा थाने में दो उचक्कों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। उचक्कों ने स्वंय को पुलिसकर्मी बता दिलीप से  जेवर पहनने वालों से जुर्माना वसूलने की बात कही थी। इसके बाद उचक्के दिलीप से चेन और दो अंगूठी लेकर भाग निकले थे।

लखनऊ पुलिस के एक्स हैंडल पर गश्त जारी

इन दिनों राजधानी की सड़कों पर टप्पेबाजी, लूट, चेनस्नैचिंग और हत्या की वारदात से लोग भयभीत है। ऐसे में सड़कों पर गश्त करने वाले पुलिसकर्मी भी वारदात होने के बाद दिखाई पड़ते हैं। लेकिन शहरवासियों को सुरक्षा का एहसास दिलाने का दावा करने वाली पुलिस की मुस्तैदी सोशल मीडिया पर बखूबी से दिखाई पड़ रही है। यह हकीकत हम नहीं बल्कि लखनऊ पुलिस के ट्वीटर हैंडल बयां कर रहा है। जहां जोन स्तर के आलाधिकारियों के संग पुलिसकर्मी संवेदनशील स्थानों, महत्वपूर्ण मार्गों और चौराहों पर पैदल गश्त की तस्वीरें हैश टैग कर रहे हैं।

पुलिसिया इकबाल बुलंद करने को बनाया एप

पुलिसिया इकबाल बुलंद करने के लिए पुलिस गश्त की मॉनीटरिंग शासन स्तर पर हो रही है। आला अफसरान के साथ पुलिसकर्मी हर दिन चार किमी पैदल गश्त करते हैं। इस बात का दावा पुलिस महकमें का फुट पेट्रोलिंग एप करता है। जिनसे जनता के बीच पुलिस की सक्रियता और तालमेल बैठाने में फुट पेट्रोलिंग मददगार बन रही है। इसके जरिए न केवल लोग पुलिस पर भरोसा जता रहे हैं बल्कि पुलिस को भी अपनी छवि सुधारने का अच्छा मौका मिल रहा है।

जनता को क्या मिलता है फायदा

1- बाजार व सड़क पर पुलिस की सक्रियता बढ़ने से जनता को होता है सुरक्षा का एहसास
2- शाम के समय स्ट्रीट क्राइम पर लगाम कसने में मिल रहा फायदा।
3-अफसरों की मौजूदगी होने से लोग अपनी समस्या व शिकायत सीधे तौर पर कर सकते हैं।
4-शाम के समय बाजारों व रोड पर लगने वाले जाम व ट्रैफिक समस्या का तत्काल निदान भी किया जा रहा है।

हर दिन बाजारों व मुख्य मार्ग पर पैदल गश्त का निर्देश है। जिसे ऐप के जरिए हर दिन अपडेट भी किया जा रहा है। इससे सीधे लोगों को मदद भी मिल रही है। साथ ही, यह पुलिस और लोगों के बीच तालमेल बैठाने का अच्छा प्रयास भी है..., मनीषा सिंह,एडीसीपी मध्य।

ये भी पढ़े : Akshaya Tritiya: अक्षय तृतीया पर गोल्ड खरीदने का कर रहे हैं प्लान, इस स्कीम का उठा सकते हैं फायदा, यहां मिल रहा GOLD ज्वेलरी पर बेस्ट ऑफर