मुरादाबाद : शिक्षा विभाग के दावे हवाई, एक माह बाद भी नहीं आईं कक्षा एक और दो की किताबें

जनपद में 1401 परिषदीय विद्यालय, कक्षा में बच्चे अभी भी कर रहे किताबों का इंतजार

मुरादाबाद : शिक्षा विभाग के दावे हवाई, एक माह बाद भी नहीं आईं कक्षा एक और दो की किताबें

मुरादाबाद, अमृत विचार। शिक्षा विभाग के दावे धरातल पर हवाई दिख रहे हैं। क्योंकि नया शैक्षिक सत्र शुरू हुए एक माह बीत चुका है। मगर कक्षा एक और दो के बच्चों को अभी भी किताबों का इंतजार है। उनके हाथ आज भी खाली हैं। हालात इतने खराब हैं कि बच्चे पुरानी किताबों से पढ़ाई करने को मजबूर हैं। उधर, अधिकारियों का कहना है कि अभी शासन की ओर से इस संबंध में कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं।

कहने को तो उत्तर प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा देने के दावे करता है। लेकिन, धरातल पर हालात कुछ और ही बयां कर रहे हैं। जनपद में 1401 परिषदीय विद्यालय हैं। इनमें प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालय शामिल हैं। इनमें करीब एक लाख 80 हजार छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। वहीं कक्षा 1 और 2 में करीब 40 हजार छात्र-छात्राओं का पंजीकरण है। इन छात्रों को शासन की ओर से निशुल्क किताबें दी जाती हैं।

स्कूलों में किताबें भेजने के लिए जेम पोर्टल के माध्यम से एक एजेंसी को नामित किया जाता है। अभी तक परिषदीय विद्यालयों की कक्षा एक व दो की किताबें उपलब्ध नहीं हो पाई हैं। एजेंसी ने सिर्फ कक्षा तीन से आठ तक की किताबें ही भेजी हैं, जिसे विद्यालयों तक पहुंचाया जा रहा है।

विभागीय अधिकारियों के अनुसार कक्षा एक व दो के कोर्स में इस बार बदलाव हुआ है। इस कारण किताबें अभी तक शासन स्तर से ही जनपद में नहीं आई हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजीत कुमार ने बताया कि कक्षा एक व दो को छोड़कर शेष कक्षाओं की किताबें आ गई हैं। नई किताबों से ही बच्चों की पढ़ाई-लिखाई कराई जा रही है।

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