हल्द्वानी: गौला नदी की बाढ़ सुरक्षा के लिए भेजी डीपीआर

हल्द्वानी: गौला नदी की बाढ़ सुरक्षा के लिए भेजी डीपीआर

हल्द्वानी, अमृत विचार। मानसून सत्र में अभी डेढ़ माह से अधिक का समय है, लेकिन बाढ़ सुरक्षा की तैयारी के लिए सिंचाई विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। गौला नदी के तटीय इलाके में स्थित इंदिरानगर (बिंदुखत्ता) में बाढ़ सुरक्षा योजना के तहत 8.20 करोड़ रुपये लागत से काम होना है। इसके लिए सिंचाई विभाग ने स्थलीय सर्वे के बाद डीपीआर को संसोधित कर शासन में प्रस्ताव भेज दिया है।

दिसंबर 2023 को सिंचाई भवन देहरादून में टेक्निकल एडवाइजरी कमेट की बैठक हुई थी। जिसमें सिंचाई विभाग ने कमेटी के सामने योजनाओं की तकनीकी मूल्यांकन के लिए प्रस्ताव रखा था। इसके बाद कमेटी ने कई योजनाओं को तकनीकी स्वीकृति दी थी। इसमें से अधिकांश कार्य बाढ़ सुरक्षा योजना के अंतर्गत थे।

इसी क्रम में गौला नदी के तट पर स्थित इंदिरानगर (बिंदुखत्ता) के लिए बाढ़ सुरक्षा योजना के तहत 8.20 करोड़ रुपये से काम होना है। देहरादून से आई टीम के स्थलीय निरीक्षण करने के बाद सिंचाई विभाग ने शासन को संसोधित डीपीआर भेज दी है। इसमें 700 मीटर की दूरी तक गौला नदी के किनारे इंदिरानगर (बिंदुखत्ता) आबादी वाले क्षेत्र को बाढ़ से सुरक्षित करने के लिए काम किया जाना है। सिंचाई विभाग के ईई बीसी नैनवाल ने बताया कि इंदिरानगर के लिए बाढ़ सुरक्षा कार्य के तहत शासन में संसोधित प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति मिलने के कार्य शुरू कर दिया जायेगा।

नंधौर नदी के तटीय गांवों में रूका काम
नंधौर नदी पर स्थित चोरगलिया क्षेत्र के दुबैलभीड़ा और विभिन्न गांवों में बाढ़ सुरक्षा योजना के तहत 9.92 करोड़ रुपये से काम होना था। लेकिन वन विभाग का क्षेत्र होने के कारण कार्य रूक गया है। अधिकारियों के मुताबिक वन विभाग से एनओसी मिलने के बाद ही कार्य शुरू हो पायेगा।