हल्द्वानी की गलियों में मनी ट्रेल, ईडी की रडार पर कुछ और गुर्गे

हल्द्वानी की गलियों में मनी ट्रेल, ईडी की रडार पर कुछ और गुर्गे

हल्द्वानी, अमृत विचार। अमेरिका में हल्द्वानी के ड्रग माफिया बनमीत की गिरफ्तारी और परविंदर सिंह नरूला के ईडी की रडार पर आने के बाद कई खुलासे हो रहे हैं। अभी तक परविंदर से सिर्फ 130 करोड़ रुपये के बिटकॉइन बरामद हुए हैं। खबर है कि अमेरिका से हुए इस मनी ट्रेल के खेल में सिर्फ बनमीत और परविंदर ही शामिल नहीं हैं, बल्कि हल्द्वानी शहर की कई गलियों तक इसके तार जुड़े हैं।

गुरुतेग बहादुर गली तिकोनिया निवसी बनमीत सिंह नरुला को अप्रैल 2019 में लंदन में गिरफ्तार किया गया। वर्ष 2023 में लंदन पुलिस ने उसे अमेरिका पुलिस के सुपुर्द कर दिया। बनमीत डार्कवेब के जरिये अमेरिका समेत 8 देशों और करीब 50 राज्यों में मादक पदार्थों की तस्करी करता था।

अमेरिकी अदालत ने उसे पांच साल की सजा सुनाई। इस धंधे से उसने 150 मिलियन अमेरिकी डॉलर कमाए। जिसके बाद भारतीय जांच एजेंसियों को ये पैसा भारत तक पहुंचने की खबर मिली। प्रवर्तन निदेशालय को जांच में लगाया गया। 26 अप्रैल को ईडी की टीम हल्द्वानी पहुंच गई। 24 घंटे तलाशी और पूछताछ के बाद बनमीत के भाई परविंदर को हिरासत में ले लिया गया। उसी की निशानदेही पर घर से 268 बिटकॉइन बरामद हुए, जिसकी भारतीय रुपयों में कीमत 130 करोड़ रुपये है। 
 सूत्रों की मानें तो इस मामले में परविरंदर से ईडी समेत अन्य जांच एजेंसियां लगातार पूछताछ कर रही है।

सामने आया है कि बनमीत ने अमेरिका में ड्रग बेच कर कमाया काला धन सिर्फ भाई तक नहीं पहुंचाया, बल्कि हल्द्वनी में ऐसे कई लोग हैं, जो बनमीत के धंधे में बराबर के भागीदार थे। इसकी वजह यह है कि परविंदर यहां बैठ कर अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी ग्रुप सिंह डीटीओ यानी ड्रग ट्रैफिकिंग ऑर्गनाइजेशन चला रहा था। जिसमें हल्द्वानी के कई लोगों के जुड़े होने का शक है। ईडी की रडार पर हल्द्वानी की कुछ और गलियां हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही ईडी एक और एक्शन ले सकती है।