Kanpur News: फर्जी ई-मेल के जरिये शिक्षा विभाग में हुई फर्जी नियुक्ति...दो शिक्षकों ने ज्वाइन भी किया, ऐसे हुआ पूरा खुलासा
कानपुर में शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति मामले में दी तहरीर
कानपुर, अमृत विचार। फर्जी ई-मेल के जरिये शिक्षा विभाग में हुई फर्जी नियुक्ति मामले में 9 आरोपियों के खिलाफ कर्नलगंज थाने में तहरीर दी गई है। शिक्षा विभाग की ओर से दी गई तहरीर में उन सभी 9 नामों को शामिल किया गया है, जिनके नाम फर्जी ई-मेल में नियुक्ति के लिए पैनल के तहत दिए गए थे। मामले की जांच शिक्षा विभाग की ओर से भी की जा रही है।
माध्यमिक शिक्षा विभाग में फर्जी नियुक्ति का मामला रविवार को भी गर्माया रहा। छुट्टी होने के बावजूद अधिकारी व कर्मचारी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय आकर अभिलेखों की जांच करते रहे। शिक्षा विभाग की ओर से अभिलेखों की जांच में ई-मेल आईडी, पैनल में शामिल आरोपी शिक्षकों की ओर से जमा किए गए दस्तावेज, दोनो ही स्कूलों की ओर से अब तक भेजे गए दस्तावेज सहित अन्य दस्तावेज को शामिल किया गया है।
इसके अलावा जिला स्तर पर भर्ती की फाइल किसके पास और कहां पर कितने समय रुकी इसकी भी जांच की जाती रही। जांच के बाद देर शाम को विभाग की ओर से 9 आरोपियों के खिलाफ कर्नलगंज थाने में तहरीर दर्ज की गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक अरुण कुमार ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच बारीकी से की जा रही है।
तहरीर में इन शिक्षकों का नाम
दी गई तहरीर में अरविंद सिंह यादव, स्वाती द्विवेदी, आशीष कुमार, नितिन कुमार, ज्योति यादव, विनय सिंह, विनीता देवी, रिक्षा पाण्डेय व विनीत चौधरी के नाम शामिल हैं।
दो शिक्षकों ने किया ज्वाइन
फर्जी ई-मेल के जरिये भेजे गए 9 शिक्षकों के पैनल में 2 शिक्षक ऐसे रहे जिन्होंने स्कूल ज्वाइन कर लिया था। इनमें आरोपी विनीता देवी ने 12 दिसंबर को मदन मोहन अग्रवाल इंटर कॉलेज में तो रिक्षा पाण्डेय ने आर्य कन्या इंटर कॉलेज में कार्यभार भी ग्रहण कर लिया था। इन शिक्षकों को वेतन भी जारी होता रहा।
घेरे में हैं पांच कर्मचारी
शिक्षा विभाग की जांच में 5 विभागीय कर्मचारियों पर भी शक की सुई घूम रही है। शिक्षा अधिकारियों ने बताया कि इसमें विभागीय कर्मचारियों की भी मिली भगत संभव हो सकती है। जांच के दायरे में आए कर्मचारियों की पड़ताल की जा रही है।
यह है पूरा मामला
माध्यमिक शिक्षा विभाग में अक्टूबर 2023 में एडी माध्यमिक की ओर से एक ई-मेल में शिक्षकों की नियुक्ति का पैनल भेजा गया था। इस पैनल में नौ शिक्षकों के नाम दिए गए थे। नौ में से दो शिक्षकों ने नौकरी भी शुरू कर दी थी। उनके वेतन का भुगतान भी होने लगा था। बीते शनिवार को यह खुलासा हुआ कि एडी माध्यमिक की ओर से जिले में भेजी गई मेल फर्जी थी। मेल आईडी में हेरफेर कर उसे भेजा गया था। उसके बाद से शिक्षा विभाग की ओर से जांच शुरू की गई है।
ये भी पढ़ें- Kanpur में साइबर ठगों ने मंडलायुक्त की बनाई फर्जी आईडी...लोगों से मांगे रुपये, पुलिस ने FIR दर्ज की जांच की शुरू