रुद्रपुर: स्क्रैप उठान में रंगदारी का ऑडियो वायरल होने से आया भूचाल
रुद्रपुर, अमृत विचार। भदईपुरा के पूर्व सभासद एवं हिस्ट्रीशीटर और विधायक के करीबी की स्क्रैप उठान को लेकर वायरल हुई ऑडियो ने शहर की राजनीति गरमा दी है और ऑडियो से राजनीतिक भूचाल आ गया है, जिसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
बताते चलें कि भदईपुरा के रहने वाले पूर्व सभासद राजेश गंगवार और स्थानीय विधायक किरन विर्क की बातचीत की एक ऑडियो वायरल हुई, जिसमें दोनों लोग सिडकुल में स्क्रैप उठान को लेकर वार्ता कर रहे थे। पूर्व सभासद का कहना था कि उसने स्क्रैप खरीदा था तो गुर्गे भेजकर स्क्रैप का ट्रक क्यों रोका गया।
जिस पर किरन का कहना था कि स्क्रैप कारोबार में वह पिछले कई सालों से 33 फीसदी का हिस्सेदार है और मामला विधायक के संज्ञान में है। इसके अलावा 33 फीसदी हिस्सेदारी का जानकारी विधायक को भी है। बातचीत में कई बार स्थानीय विधायक का नाम सामने आने के बाद शहर की राजनीति में भूचाल आ गया, जबकि पूर्व सभासद का कहना था कि विधायक के संरक्षण व इशारे पर गुर्गे स्क्रैप कारोबार के अलावा सिडकुल इलाके में होने वाले कामों में गुंडई व विधायक के नाम का खौफ बनाकर 33 फीसदी जबरन हिस्सेदारी का दावा कर रंगदारी कर रहे हैं।
जबकि स्क्रैप उठान में विधायक के करीबियों का कोई लेना देना नहीं है। पूर्व सभासद व विधायक के करीबी की ऑडियो वायरल होने के बाद शहर की राजनीति गरमा गई है और राजनीति आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।
करोड़ों का स्क्रैप व सरिया चोरी में विधायक के करीबियों का नाम सामने आया
रुद्रपुर के पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने कहा कि विधायक का चुनाव हारने के बाद रुद्रपुर में गुंडाराज कायम होता जा रहा है। निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज में करोड़ों की सरिया चोरी का मामला हो या फिर सिडकुल में करोड़ों का स्क्रैप चोरी का मामला, इन सभी प्रकरणों में कहीं न कहीं विधायक के करीबियों का नाम सामने आया है। बावजूद पुलिस जांच के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसके अलावा कई अनगिनत घटनाएं होती रहती हैं। जिले के पुलिस अधिकारी और स्थानीय सत्ताधारी जनप्रतिनिधि अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं। बावजूद वह ऐसे प्रकरणों को उठाते रहेंगे।
रंगदारी और गुंडई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, कठोर कार्रवाई की जाएगी
रुद्रपुर के विधायक शिव अरोरा ने कहा कि शहर का नामी गिरामी हिस्ट्रीशीटर जिस पर गैंगस्टर, हत्या, लूट डकैती जैसे कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह हिस्ट्रीशीटर खुद किरन विर्क को कॉल करता है और रंगदारी वसूलने के लिए धमकाता है। जब हिस्ट्रीशीटर राजेश गंगवार कोई कारोबारी नहीं है और जब किरन के पार्टनर ने 17 अप्रैल को शिकायती पत्र दिया। बावजूद पेशबंदी के लिए पूर्व सभासद ने ऑडियो वायरल कर विधायक को बदनाम करने की साजिश रची और तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। ऐसे हिस्ट्रीशीटर की रंगदारी व गुंडई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कठोर कार्रवाई की जाएगी।