लड़कियों को खेलों में बढावा दें, वे चेहरे पर मुस्कान लाएंगी : सचिन तेंदुलकर 

लड़कियों को खेलों में बढावा दें, वे चेहरे पर मुस्कान लाएंगी : सचिन तेंदुलकर 

रांची। चैम्पियन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने अभिभावकों से लड़कियों को खेलों में उतरने के लिए प्रोत्साहित करने का अनुरोध करते हुए कहा कि वे उनके चेहरों पर मुस्कुराहटें लायेंगी। तेंदुलकर और उनकी पत्नी अंजलि यहां युवा फाउंडेशन की फुटबॉल खिलाड़ी लड़कियों की हौसला अफजाई के लिए आए हैं। युवा और सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन मिलकर लड़कियों को फुटबॉल का प्रशिक्षण देते हैं। तेंदुलकर और अंजलि ने फुटबॉल खिलाड़ियों से बात भी की। 

तेंदुलकर ने कहा, बच्चों की ऊर्जा संक्रामक होती है । मैने उन्हें कड़ी मेहनत करते और खेल का मजा लेते देखा तो मुझे अपना बचपन याद आ गया। उन्होंने कहा, मैं कई बच्चों से प्रेरणा लेता हूं क्योंकि उनके लिये यह सफर आसान नहीं था। उनके जीवन में भी कई दुश्वारियां हैं। कई बार उनका फुटबॉल खेलना माता पिता को पसंद नहीं आता । मैं उनसे अनुरोध करूंगा कि बच्चों को प्रोत्साहित करें। ये बच्चे उनके चेहरे पर मुस्कान लायेंगे।

फिटनेस शायद साथ ना दे लेकिन धोनी का दिमाग एकदम चुस्त है :  उथप्पा 
महेंद्र सिंह धोनी के लंबे कैरियर से मंत्रमुग्ध भारत के पूर्व बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने कहा कि चेन्नई सुपर किंग्स के इस महान क्रिकेटर का दिमाग अभी भी उतना ही चुस्त है और प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में उनके लंबे सफर पर विराम सिर्फ फिटनेस की वजह से लग सकता है । धोनी ने इस आईपीएल सत्र में जबर्दस्त बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई के लिये कई मैचों में ताबड़तोड़ रन बनाये हैं।

उथप्पा ने जियो सिनेमा से कहा,  सिर्फ एक ही चीज उन्हें रोक सकती है , स्वास्थ्य । फिटनेस की वजह से ही शायद वे आगे नहीं खेलें। खेल के लिये उनका जुनून काफी गहरा है और वह खेलते रहना चाहते हैं । अगर कुछ उन्हें रोक सकता है तो वह उनका अपना शरीर है । धोनी की आक्रामक पारियों के बारे में भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने कहा, दर्शकों का शोर और तेज होता जा रहा है । एम एस धोनी की मैदान पर मौजूदगी का यह जलवा है। उन्होंने कहा, हर पारी में वह और बेहतर खेल रहे हैं। उनका प्रभाव ऐसा है कि वह मैदान पर उतरते ही गेंदबाजों पर दबाव बनाते हैं।

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