फैज से मारपीट करने वाले सिपाही को बचाने के लिए पुलिस ने किया खेल, नहीं लगाई अपहरण की धारा 

फैज से मारपीट करने वाले सिपाही को बचाने के लिए पुलिस ने किया खेल, नहीं लगाई अपहरण की धारा 

लखनऊ। ‌ चारबाग से युवक फैज को अगवा कर 32वीं वाहिनी पीएसी की बैरक में बंधक बनाकर पीटने के मामले में महानगर पुलिस आरोपी सिपाहियों को बचाने का प्रयास कर रही है। खेल करते हुए आरोपी सिपाही विशाल चौहान व निशांत राणा पर महानगर पुलिस ने शांति भांग की कार्यवाही की है। जिसके बाद दोनों आरोपी सिपाही आसानी से छूट गए हैं। सिपाहियों पर मेहरबानी करते हुए पुलिस ने उन पर अपहरण की धारा ही नहीं लगे ताकि उन पर बड़ी कार्यवाही न हो सके। उधर केस के विवेचक मंगलवार दोपहर पीड़ित फैज को लेकर सबसे पहले चारबाग गए जहां पर विवाद की शुरुआत हुई थी। विवेचक ने घटनास्थल का जायजा लिया।  फैज़ के बयान भी दर्ज किए गए पूरे मामले में महानगर पुलिस ने बड़ा खेल किया है। मारपीट, बलवा, धमकी देना  की धारा में केस दर्ज किया था। जबकि मामला अपहरण कर पीटने का था। आरोपी सिपाही पीएससी में खेल में शिरकत करने आए थे।

 

अधिकारी ने क्या कहा

महानगर पुलिस द्वारा आरोपी सिपाहियों को बचाने के लिए किया जा रहे खेल को लेकर जब एडीसीपी सेंट्रल मनीष सिंह से पूछा गया तो उनका कहना है की तहरीर के आधार पर के दर्ज किया गया है साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। 

 

ये है पूरा मामला 

महानगर स्थित 35 वीं वाहिनी पीएसी में खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।  इस आयोजन में हिस्सा लेने के लिए मेरठ में तैनात  दो सिपाही लखनऊ आये थे।  लखनऊ पुहचे सिपाही विशाल चौहान व निशांत राणा अपने साथियों के साथ शनिवार रात चारबाग में खाना खाने गए थे। इस दौरान  मौके पर मौजूद फैज  से विशाल व विशांक का झगड़ा हो गया।  झगड़े के बाद दोनों सिपाहियों ने फैज़ को जबरन अपने साथ उठा ले गए। 

 

अधिकारियों के दखल के बाद दर्ज हुई एफआईआर

घटना के बाद फैज ने महानगर थाने में शिकायत की थी, शिकायत के बाद पहले पुलिस ने घटना को दबाने की कोशिश की। लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों के मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर दोनो आरोपियो को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने कहा था कि  आरोपित सिपाहियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए संस्तुति भी की गई है।