हल्द्वानी: हरिद्वार में हरीश रावत का हुआ था उद्धार

हल्द्वानी: हरिद्वार में हरीश रावत का हुआ था उद्धार

नरेन्द्र देव सिंह, हल्द्वानी, अमृत विचार। हरिद्वार में मां गंगा लोगों का उद्धार करती है। उत्तराखंड के एक बड़े कांग्रेसी नेता का भी उद्धार हरिद्वार में जाकर हुआ। एक समय लगातार हार झेल रहे कांग्रेस के कद्दावर नेता हरीश रावत को लोकसभा चुनाव में जीत हरिद्वार में जाकर मिली। वह केंद्र में मंत्री बने और बाद में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तक बने। हरिद्वार जाने से पहले हरीश रावत कांग्रेस में भी उपेक्षित चल रहे थे।

कांग्रेस में उनका फिर से कद हरिद्वार में जीतने के बाद ही बढ़ा था। हरीश रावत को अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर लगातार हार मिल रही थी। भाजपा के बची सिंह रावत ने उन्हें तीन बार चुनाव हराया था। जबकि पूर्व में वह इस सीट से सांसद बन चुके थे। हरीश रावत बचदा से पार नहीं पा रहे थे। जिस वजह से वह पार्टी में उतनी तेजी के साथ आगे नहीं बढ़ पा रहे थे।

यह तो जगजाहिर है कि हरीश रावत एनडी तिवारी के विरोधी गुट के नेता थे। जब उत्तराखंड में पहले विधानसभा चुनाव हुए उस समय हरीश रावत कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे। उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने बहुमत हासिल कर लिया। सबको लगने लगा कि हरीश रावत मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन अचानक से एनडी तिवारी मुख्यमंत्री बन गए।

हरीश रावत ने अंदर ही अंदर बगावत भी की, लेकिन बाद में कांग्रेस ने उनको राज्यसभा भेज दिया। इसके बाद से हरीश रावत कांग्रेस में उपेक्षा ही झेलते रहे। साल 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले तक कांग्रेस में उनकी पहचान नाखुश नेता वाली बन गई थी। साल 2009 में वह अल्मोड़ा से लगातार तीन चुनाव हारने के बाद हरिद्वार से लोकसभा का चुनाव लड़ने पहुंचे। हरीश रावत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए यह सीट जीत ली।

तब तक एनडी तिवारी की राजनीतिक पारी का भी अंत होने लगा। अब कांग्रेस हाईकमान ने हरीश रावत को उत्तराखंड में आगे बढ़ाना शुरू किया। उन्हें केंद्र में पहले राज्य मंत्री और बाद में कैबिनेट मंत्री बनाया। साल 2012 में उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार बनने पर वह मुख्यमंत्री बनना चाहते थे, लेकिन नहीं बन पाए। इस दौरान वह केंद्रीय कैबिनेट मंत्री बने। बाद में कांग्रेस के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा को मुख्यमंत्री पद से हटाकर हरीश रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया। उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनते समय भी हरीश रावत हरिद्वार के ही सांसद थे।

अब बेटे को मां गंगा के पास भेजा
हल्द्वानी। हरीश रावत ने अपने बेटे वीरेंद्र रावत को हरिद्वार सीट से टिकट दिलवा दिया है। कांग्रेस से वीरेंद्र और भाजपा से त्रिवेंद्र सिंह रावत मैदान में हैं। हरीश रावत ने काफी लड़-झगड़ कर अपने बेटे के लिए टिकट लिया है। हरीश रावत चाहते हैं कि हरिद्वार में उनके बेटे का भी उद्धार हो जाए।