हल्द्वानी: हत्यारोपी सौरभ फरार, देवर के सुपुर्द किया भाभी का शव

हल्द्वानी: हत्यारोपी सौरभ फरार, देवर के सुपुर्द किया भाभी का शव

हल्द्वानी, अमृत विचार। अफसाना हत्याकांड में पहले शव लेने से इंकार कर रहे ससुराली आखिरकार मान गए। गुरुवार को दो चिकित्सकों के पैनल ने पोस्टमार्टम कर शव देवर कुलदीप के सुपुर्द किया। इधर, हत्यारोपी पति सौरभ का अभी भी कोई पता नहीं लग पाया है।

बीती 8 अप्रैल की देर रात सौरभ राज ने अपनी 24 वर्षीय पत्नी अफसाना की हत्या कर दी थी। दोनों टीपीनगर चौकी क्षेत्र की नीलांचन कॉलोनी फेज-5 की शिवाजी कॉलोनी में किराए पर रहते थे। घटना को अंजाम देने के बाद सौरभ अपनी तीन और पांच वर्ष की बेटी को लेकर फरार हो गया था।

बुधवार को काफी मिन्नतों के बाद अफसाना के मायके पक्ष से लोग हल्द्वानी पहुंचे, जिसके बाद पुलिस पंचनामा भर सकी। हालांकि बेटी का शव ले जाने से उन्होंने इंकार कर दिया। इस वजह से बुधवार को शव को पोस्टमार्टम नहीं हो सका। जिसके बाद पुलिस ने रुद्रपुर सुभाष नगर निवासी सौरभ के छोटे भाई कुलदीप से संपर्क किया।

गुरुवार को कुलदीप अपने पिता सोनू के साथ हल्द्वानी पहुंचा। जिसके बाद पोस्टमार्टम हुआ और शव उनके सुपुर्द किया गया। पुलिस का कहना है कि सौरभ और नाबालिग बेटियों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। सौरभ का फोन भी स्विच ऑफ है। कोतवाल उमेश मलिक ने बताया कि शव ससुराल पक्ष को सौंप दिया गया है। मामले में अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। पुलिस सौरभ की तलाश में जुटी है।

62 घंटे बाद हुआ शव का पोस्टमार्टम
अफसाना के शव का पोस्टमार्टम 62 घंटे के बाद हुआ। उसकी हत्या 8 अप्रैल की रात 12 से सुबह 4 बजे के बीच की गई थी। जबकि शव 10 अप्रैल की सुबह बरामद हुआ। 10 अप्रैल को पुलिस अफसाना के मायके और ससुराल पक्ष से संपर्क साधा, लेकिन कोई शव ले जाने को राजी नहीं हुआ। ऐसे में 10 अप्रैल को पोस्टमार्टम टल गया। 11 अप्रैल को जब ससुराली शव ले जाने को राजी हुए तब दोपहर 2 बजे पोस्टमार्टम हो सका।

नहीं तैयार हुई भाष्कर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट
बीती 17 फरवरी से लापता भाष्कर का शव 51वें दिन बरामद हुआ। अब उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी देरी हो रही है। 8 अप्रैल को उसका शव मिला और 9 अप्रैल को पोस्टमार्टम हुआ। अब पोस्टमार्टम को तीन दिन गुजर चुके हैं, लेकिन अभी तक रिपोर्ट तैयार नहीं हो पाई है। थानाध्यक्ष विमल मिश्रा का कहना है कि रिपोर्ट सोमवार को मिलेगी और तभी हत्या या आत्महत्या की बात स्पष्ट होगी।