काशीपुर: नए सत्र में गुरुजी का इंतजार कर रहे छात्र-छात्राएं

काशीपुर: नए सत्र में गुरुजी का इंतजार कर रहे छात्र-छात्राएं

काशीपुर, अमृत विचार। काशीपुर में 80 प्रतिशत शिक्षकों की चुनाव ड्यूटी व मूल्यांकन के कार्य में लगने से नई कक्षा में पढ़ने को रोजाना स्कूल जाने वाले बच्चों को गुरुजी का इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं बता दें कि अभी तक बच्चों को नई किताबें नहीं मिल पाई हैं। उन्हें पुरानी किताबों से ही काम चलाना पड़ रहा है। 

काशीपुर में राजकीय इंटर कालेज, हाईस्कूल, जूनियर हाईस्कूल, प्राथमिक विद्यालय व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में एक अप्रैल से नया शिक्षा सत्र शुरू हो गया है, लेकिन विद्यार्थियों के लिए शिक्षा विभाग नए शिक्षा सत्र में नई किताबों का इंतजाम नहीं कर सका है। कब तक किताबें स्कूलों को मिलेंगी, जिम्मेदारों के पास सटीक जवाब नहीं है।

ऐसे में पुरानी किताबों से पढ़ाई की तैयारियां कराने का दावा अधिकारियों ने किया है, जो हवा हवाई साबित हो रहा है। छात्र-छात्राओं से स्कूलों में पुरानी किताबें मंगवा ली गई हैं, लेकिन विषयवार किताबों को पढ़ाने के लिए शिक्षक तक नहीं है। बताया कि काशीपुर में 80 प्रतिशत शिक्षक व शिक्षिकाएं चुनाव में ड्यूटी व बोर्ड की उत्तरपुस्तिकाएं जांचने के काम कर रहे हैं।

प्रत्येक स्कूलों में दो या तीन शिक्षक हैं, जिन पर सैकड़ों बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी आ गई है। प्रभारी बीईओ धीरेंद्र कुमार शाहू ने बताया कि नई किताबें नहीं आई है। पुरानी किताबों से स्कूली बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। अधिकांश शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव व मूल्यांकन में लगा दी गई है।

स्कूलों में एडमिशन भी शुरू
काशीपुर। प्रभारी बीईओ धीरेंद्र कुमार शाहू ने बताया कि सभी स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए शिक्षकों को दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं। बताया कि सरकारी स्कूली में छात्र संख्या बढ़ाने को लेकर जागरूक किया जाता है।

पहले किताबें खरीदवाई,अब मना कर रहे
काशीपुर। मानपुर रोड स्थित एक प्राइवेट स्कूल ने अभिभावकों से किताबें खरीदवा ली है। बताया कि उस स्कूल के प्रिंसिपल बदल गया है। नए प्रिंसिपल ने खरीदवाई किताबें वापस करने की बात कही है। इससे अभिभावक परेशान हैं। बीईओ धीरेंद्र शाहू ने बताया कि मामले की जानकारी निकाली जाएगी।