गोंडा में ग्राम रोजगार सेवकों को 8 माह से नहीं मिला मानदेय, अफसरों पर लापरवाही का आरोप 

Amrit Vichar Network
Published By Jagat Mishra
On

गोंडा, अमृत विचार। गांव के विकास में कंधे से कंधे मिलाकर अपना योगदान दे रहे ग्राम रोजगार सेवक मानदेय न मिलने से हलकान है। परसपुर ब्लाक में कार्यरत रोजगार सेवकों को 8 महीने से मानदेय नहीं मिला है। मानदेय न मिलने से होली का त्योहार भी फीका ही रहा। आरोप है सरकार की तरफ से मानदेय देने के लिए बजट आवंटन के बावजूद अधिकारी कर्मचारी जानबूझकर रोजगार सेवकों को मानदेय नहीं दे रहे हैं। परेशान ग्राम रोजगार सेवकों ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर मानदेय का भुगतान कराने की गुहार लगायी है। 

परसपुर ब्लाक के रोजगार सेवक बृजेश कुमार शुक्ल, मुकेश कुमार, राम प्रकाश, प्रवीण कुमार सिंह, अजीत पांडेय, पवन कुमार, विपुल कुमार सिंह, सुनील कुमार समेत अन्य का कहना है कि पांच महीने से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है‌ उन्हे वित्तीय वर्ष 2022-23 का भी तीन महीने का मानदेय अफसरों ने जानबूझ कर रोक रखा है। आरोप है कि ऐसा नहीं किसा कि मानदेय भुगतान के लिए बजट‌ नहीं है। सरकार की तरफ से मानदेय के लिए धनराशि उपलब्ध करायी गयी है लेकिन अफसर मानदेय भुगतान में अड़ंगा लगाए बैठे हैं।  अफसरों की लापरवाही को कारण उनका होली का त्योहार भी फीका रह गया। परेशान रोजगार सेवकों ने अब मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मानदेय का भुगतान कराए जाने की मांग की है। 

ईपीएफ का पैसा भी खाते में नहीं भेजा 
ग्राम रोजगार सेवकों का मानदेय ही नहीं उनके ईपीएफ के पैसे पर भी अफसर कुंडली मारकर बैठे हैं। आरोप है कि अधिकारी ईपीएफ का पैसा भी उनके खातों में नहीं भेज रहे हैं।

3 - 2024-04-01T130247.339

ये भी पढ़ें -रायबरेली के इस गांव में सात लोगों की मौत से पसरा मातम, स्वास्थ्य महानिदेशक बोले- कराई जा रही जांच, जानें पूरा मामला

संबंधित समाचार