लखनऊ: सिर की चोट को न ले हल्के में, सिटी स्कैन नार्मल होने पर भी हो सकती है हेड इंजरी

Amrit Vichar Network
Published By Virendra Pandey
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लखनऊ, अमृत विचार। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) स्थित शताब्दी फेज टू के ऑडिटोरियम में बुधवार को हेड इंजरी अवरनेस डे (head injury awareness day) पर एक जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। न्यूरो सर्जरी विभाग की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने एमबीबीएस,नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टूडेंट को सिर की चोट की गंभीरता, इलाज और समाज में फैली अफवाह को लेकर जागरुक किया।

न्यूरो सर्जरी के प्रो.(डॉ.) अंकुर बजाज ने बताया कि ने सिर की चोट लगने पर सभी मरीजों का सीटी स्कैन कराने की जरूरत नहीं होती है। गंभीर चोट के मरीजों में ही सीटी स्कैन की जरूरत होती है। उन्होंने बताया कि यदि मरीज को उल्टी,दर्द, घटना की जानकारी भूलना आदि लक्षण हो रहे हैं तो सीटी स्कैन कराना जरूरी होता है।

इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि कई बार सिर की चोट में सीटी स्कैन जांच कराने पर नार्मल रिपोर्ट आती है, लेकिन यदि बार-बार चक्कर, यदाश्त कमजोर होना जैसी दिक्कत महसूस हो रही हो, तो भी यह लक्षण गंभीर चोट के हो सकते हैं। जिस पर विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी होता है। इस तरह की चोट में एक गंभीर लक्षण मरीज का कोमा में जाना भी होता है। 

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