लखनऊ: पूर्व डीजीपी के भांजे का अपहरण, बहन से फोन पर मांगी फिरौती, जानें पूरा मामला

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Published By Deepak Mishra
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लखनऊ। साइबर अपराध के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं ताजा मामला परेशान करने वाला है। उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी के भांजे को लेकर साइबर अपराधियों ने उसकी मां को फोन कर अपहरण करने की बात कही। अपहरण की फिरौती के लिए अपराधियों ने ₹50000 की डिमांड की।

हालांकि पीड़ित ने इसकी जानकारी अपने पति को दी जिसके बाद हजरतगंज थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। जिस व्यक्ति के अपहरण को लेकर फोन किया गया वह उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी एसवीएम त्रिपाठी का भांजा है और मस्कट में रहकर नौकरी करता है।

घटना के बाद हजरतगंज के शहनाज अख्तर रोड स्थित डेफ ड्यूल अपार्टमेंट में रहने वाले अशोक मिश्र ने कोतवाली में एपआईआर दर्ज कराई है। शिकायतकर्ता ने अपनी एफआईआर में अपहरण की बात नहीं लिखी है। अपहरण को लेकर सिर्फ फोन आया है। ऐसा माना जा रहा है कि यह फोन साइबर अपराधियों द्वारा किया गया है। एडीसीपी सेंट्रल मनीषा सिंह ने जानकारी दी कि अशोक मिश्रा की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।  

यह फोन साइबर जालसाजों द्वारा किया गया है। जांच की जा रही है। दो दिन पहले अशोक मिश्रा की 92 वर्षीय मां विद्या मिश्र, जो पूर्व डीजीपी एसवीएम त्रिपाठी की बहन है को एक फोन आया था।अशोक मिश्रा के अनुसार  फोन करने वाले ने कहा कि मस्कट में विनय मिश्रा का अपहरण कर लिया  है, उसे छुड़ाने के लिए पचास हजार रुपए यूपीआई करो। विनय मिश्रा अशोक मिश्र के बेटा है और मस्कट में नौकरी करता है।

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