सुलतानपुर: चार माह बाद पुल से शुरू हुआ संचालन, वाहन चालकों को राहत
सुलतानपुर, अमृत विचार। टूटे हुए पुल के बगल से बनाए गए वैकल्पिक मार्ग से वाहनों का आवागमन हो रहा था। पुल बनने में महकमे को चार माह लग गए। आखिरकार तैयार पुल के संचालन हो जानें से वाहन चालकों ने राहत की सास ली है।
जिले के जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र से होकर गुजरे टांडा बांदा राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीढ़ी चौराहे के समीप बना नहर पर पुल मे अक्टूबर माह में दरार आ गई थी। एसडीएम ने एनएचएआई से जांच करा पुल को सही बताया था। नवम्बर माह में जब पुल बैठ गया तो एनएचएआई ने वैकल्पिक मार्ग बना आवागमन बाधित कर दिया था।
पखवारे भर बाद पुल को तोड़ा गया नए पुल का निर्माण शुरू हुआ था। इसी बीच नहर में पानी आ जाने से पुल निर्माण कार्य बाधित हो गया। नहर का पानी बंद होने के बाद धीमी गति से पुल का निर्माण किया चला जो करीब तीन माह में पूरा हो सका। इसी बीच वैकल्पिक मार्ग से बड़े वाहनों के आवागमन से मार्ग बैठ जाता तो उस पर फिर गिट्टी डाल ऊंचा किया जाता।
जान जोखिम में डालकर टोल टैक्स देने के बाद भी वाहन चालक आ जा रहे थे। करीब चार माह बाद पुल बनकर तैयार हुआ साथ वाहनों का आवागमन शुरु हुआ तो वाहन चालकों ने राहत की सास ली। फिलहाल पुल के दोनो तरफ अभी डामरीकरण नही हुआ है। फिर गिट्टी डाल कर आवागमन एनएचएआई ने बहाल कर दिया है।
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