रामपुर: दो अविवाहित बेटियों और एक बेटे की शादी नहीं कर पाई मां, इस वजह से चली गई जान 

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Published By Vishal Singh
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बेटी के आपरेशन की जानकारी मिलते ही की चली गई जान, गांव भोट बक्काल की रहने वाली थी 55 वर्षीय रामप्यारी

रामपुर, अमृत विचार। भोट बक्काल की रहने वाली 55 वर्ष की रामप्यारी की बेटी के आपरेशन की खबर सुनते ही हल्द्वानी के अस्पताल में गिर गई। जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। जहां जानकारी मिलने के बाद परिजन पहुंच गए। शव को लेकर घर आ गए। जहां उसका देर शाम तक अंतिम संस्कार नहीं हुआ है।

रामप्यारी की दो अविवाहित बेटियां और एक बेटा है। मां की अचानक हुई मौत से घर में कोहराम मचा है। 
अजीमनगर थाना क्षेत्र के गांव भोट बक्काल निवासी रामपाल मेहनत मजदूरी करके अपने बच्चों को पेट पालता है। उसके आठ बच्चे हैं। जिसमें छह लड़कियां और दो लड़के हैं। रामपाल ने चौथे नंबर की बेटी रजनी की शादी छह साल पहले उत्तराखंड के गदरपुर निवासी प्रेमपाल से की थी।

रजनी को छह साल बाद औलाद की खुशी मिलने वाली थी। चिकित्सकों ने बताया था कि बच्चा आपरेशन से होगा। छह साल बाद बेटी के औलाद होने की खुशी में रजनी की मां 55 वर्षीय रामप्यारी  बेटी को देखने के लिए अस्पताल पहुंची थी।

बताया जा रहा है कि रामप्यारी की बेटी गर्भवती थी। उसको हल्द्वानी के सुशीला तिवारी मेटरनिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रामप्यारी को किसी ने बेटी का आपरेशन होने की जानकारी दी तो उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई और वह अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर गई।अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बना गया था।

रामप्यारी को डॉक्टर के पास ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना के बाद पुलिस आ गई। हालांकि बाद में परिजन शव को बिना पोस्टमार्टम कराए भोट बक्काल ले आए अभी तक उसका अंतिम संस्कार नहीं हुआ था। रिश्तेदारों का इंतजार किया जा रहा था।  

रामप्यारी की मौत हो जाने के बाद जिसको भी जानकारी मिली तो गांव के लोग मौके  पर एकत्र हो गए। आसपास के गांव के लोग भी आ  गए। सुबह से ही रात तक लोगों को गांव में आने जाने वालों तांता लगा रहा। रामप्यारी की मौत से घर में सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। रामप्यारी अपनी चार बेटियों और एक बेटे की शादी कर चुकी थी। उसके दो बेटियां और एक बेटा अविवाहित है। 

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