रुद्रपुर: वेल्डर महेश बन गया ऑटो लिफ्टर गिरोह का मुखिया
रुद्रपुर, अमृत विचार। अक्सर लोग अपने हुनर को अपने बेहतर भविष्य बनाने की दिशा में कार्य करते हैं। मगर ट्रैक्टर चोरी प्रकरण में फरार इनामी महेश ने अपने इस हुनर को जरायम की दुनिया की तरफ मोड़ दिया और ऑटो लिफ्टर गिरोह का सरगना बन गया। यही कारण है कि संगठित गिरोह बनाकर आरोपी ने यूपी सहित कई प्रदेशों में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया और रुद्रपुर में बाइक चोरी के प्रकरण में उसे सजा भी हुई।
सिडकुल चौकी प्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी एक बेहतर वेल्डर था। किसी भी प्रदेश में चोरी की वारदात को अंजाम देने से पहले वह अपने गिरोह के साथ वहां जाता और कंपनी में वेल्डर का कार्य करता। वर्ष 2023 में भी आरोपी ने सिडकुल की कई कंपनियों में वेल्डिंग का काम किया और रेकी करने के बाद घटना को अंजाम दे डालता था। प्रारंभिक पड़ताल में पता चला कि गिरफ्तारी से पहले वह तमिलनाडु की एक कंपनी में कार्य कर रहा था।
उन्होंने बताया कि आरोपी पर नेपाल, तमिलनाडु, पीलीभीत, मुरादाबाद, दिल्ली सहित कई प्रदेशों में चोरी के मुकदमे पंजीकृत हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि महज यूपी के 11 थानों में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज है। बावजूद पुलिस उसका आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में थाना ट्रांजिट कैंप में बाइक चोरी के मामले में महेश को सजा भी हो चुकी है। अच्छा वैल्डर होने के कारण बाइक, ट्रैक्टर चोरी के बाद वह वाहनों को नेपाल ले जाकर बेच देता था।
वर्ष 2023 में गिरफ्तार हो चुके हैं तीन आरोपी
रुद्रपुर। एक फरवरी को छतरपुर के रहने वाले हरीश सिंह मेहता द्वारा ट्रैक्टर चोरी का मुकदमा दर्ज करने के बाद सिडकुल पुलिस ने कुछ ही दिनों बाद चोरी प्रकरण में शामिल धर्मपुर रुद्रपुर निवासी मनदीप सिंह, उकरौली सितारगंज निवासी महेश सिंह को रंगा और ग्राम टेमरा बिलासपुर यूपी निवासी सुखदेव सिंह को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि चौथा मुख्य आरोपी महेश कुमार गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार हो गया था और पुलिस को लगातार गच्चा दे रहा था।
चेन्नई से भागा, दिल्ली में हुआ गिरफ्तार
रुद्रपुर। सिडकुल पुलिस और एसओजी को 28 फरवरी को सूचना मिली थी कि ट्रैक्टर चोरी का ईनामी बदमाश महेश चेन्नई देखा गया है। सूचना मिलते ही पुलिस व एसओजी की एक टीम चेन्नई रवाना हुई। जिसकी भनक आरोपी को लग चुकी थी, क्योंकि आरोपी मोबाइल का प्रयोग बिल्कुल नहीं करता था और आरोपी दिल्ली फरार हो गया। पुलिस ने जब आरोपी के बड़े भाई से पूछताछ की तो आरोपी के दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन में होने की खबर मिली। टीम चेन्नई से दिल्ली रवाना हुई और इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया।
