बरेली कॉलेज में परीक्षा के अंतिम दिन नकल करते पकड़ा गया एमए का छात्र, सचल दल ने विश्वविद्यालय भेजी रिपोर्ट
बरेली, अमृत विचार। परास्नातक विषम सेमेस्टर की परीक्षा के आखिरी दिन बरेली कॉलेज में एमए के छात्र को नकल करते पकड़ा गया। सचल दल ने उसे बुक कर रिपोर्ट विश्वविद्यालय भेज दी है। गुरुवार को परीक्षा खत्म होने के बाद अब स्नातक और परास्नातक की परीक्षा की तैयारी शुरू हो गई है।
एमए, एमएससी और एमकॉम प्रथम और तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा 20 जनवरी से शुरू हुई। 29 जनवरी को परीक्षा की अंतिम तिथि थी। बरेली कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर प्रो. आलोक खरे ने बताया कि नए परीक्षा भवन में एमए अर्थशास्त्र के छात्र को नकल सामग्री के साथ पकड़ा गया है। छात्र के पास हाथ से लिखा हुआ पूरा एक पेज था। उसका यूएफएम कर रिपोर्ट विश्वविद्यालय भेज दी गई है।
प्रयोगात्मक परीक्षा में परास्नातक में स्नातक के शिक्षक बनाए परीक्षक
कई महाविद्यालयों ने परास्नातक विषम सेमेस्टर की प्रयोगात्मक परीक्षाएं नहीं कराई हैं, जिसकी वजह से विश्वविद्यालय को एक बार फिर तिथि बढ़ाकर 10 मार्च करनी पड़ी है। इसके बाद अंक स्वीकार नहीं किए जाएंगे। बताया जा रहा है कि बाह्य परीक्षकों के चयन न होने की वजह से ऐसा हुआ है। वहीं कुछ कॉलेजों ने परास्नातक की प्रयोगात्मक परीक्षा में स्नातक स्तर के कॉलेजों के शिक्षकों को ही बाह्य परीक्षक बनाने का आरोप लगाया है। इस पर विश्वविद्यालय में भी आपत्ति जताई गई है।
बरेली कॉलेज के भौतिक विज्ञान विभागाध्यक्ष ने बताया कि परास्नातक की परीक्षा में स्नातक स्तर के कॉलेज के शिक्षकों का बाह्य परीक्षक में चयन किया है। परीक्षा शनिवार को होनी है। इस संबंध में परीक्षा नियंत्रक से भी आपत्ति जताई है। ऐसे में सवाल उठता है कि किस तरह से परीक्षा ली जाएगी। इस तरह से तो प्रयोगात्मक परीक्षा ही बंद कर देनी चाहिए।
वहीं एमएससी में आर्गेनिक, इन आर्गेनिक और फिजिकल के पहले तीन विशेषज्ञ परीक्षक प्रयोगात्मक परीक्षा कराते थे, लेकिन इस बार एक ही शिक्षक का चयन किया गया है। बरेली कॉलेज में रसायन विज्ञान की प्रयोगात्मक परीक्षा शुक्रवार को होनी है।
विधि पाठ्यक्रमों की प्रयोगात्मक परीक्षा भी 10 तक
रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने विधि पाठ्यकमों एलएलबी और बीएएलएबी विषम सेमेस्टर की प्रयोगात्मक परीक्षा की भी तिथि बढ़ाकर 10 मार्च कर दी है। परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार के मुताबिक अंतिम तिथि 29 फरवरी थी। अब 10 मार्च के बाद अंक स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
अब मुख्य परीक्षा की तैयारी, अब तक 73 हजार से अधिक फार्म भरे गए
स्नातक और परास्नातक की वार्षिक परीक्षा के फार्म 19 जनवरी से भरे जा रहे हैं। कई बार फार्म भरने की तिथि भी बढ़ाई गई। 29 फरवरी फार्म भरने की अंतिम तिथि थी। दो मार्च तक छात्रों को भरे हुए फार्म महाविद्यालय में जमा करने होंगे।
विश्वविद्यालय से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 73 हजार पांच सौ से अधिक परीक्षा फार्म भरे जा चुके हैं। इनमें स्नातक में 45 हजार से अधिक फार्म हैं, जिनमें 27 सौ बीएससी, 230 बीएससी ऑनर्स, 1040 कम्प्यूटर साइंस, दो हजार बीएससी गृह विज्ञान, 2370 बीकॉम ऑनर्स, 320 बीकॉम कम्प्यूटर, 28 सौ बीकॉम और 33 हजार सात सौ फार्म बीए में भरे गए हैं। वहीं परास्नातक में 28 हजार से अधिक फार्म भरे गए हैं। इनमें 25 हजार एक सौ एमए, 420 एमएससी और 28 सौ एमकॉम में हैं।
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