बाबू केडी सिंह की कोठी होगी नीलाम, बोली लगाने के लिए सामने आए नौ खरीददार, जानें कब होगी नीलामी

एक स्वर से उठी राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग, 7 मार्च तक कोठी खाली करेंगे किराएदार

बाबू केडी सिंह की कोठी होगी नीलाम, बोली लगाने के लिए सामने आए नौ खरीददार, जानें कब होगी नीलामी

बाराबंकी, अमृत विचार। भारत को हॉकी में ओलंपिक का पहला पदक दिलाने वाले देश के पहले और अंतिम हेल्म्स ट्राफी विजेता बाबू केडी सिंह का जिस कोठी में बचपन बीता था वह 11 मार्च को नीलाम हो जाएगी। इस कोठी के 9 खरीदार सामने आए हैं। बोली 5 करोड़ से शुरू होनी है। कोर्ट नंबर 16 परिसर में ही नीलामी होगी।जिसकी सार्वजनिक नीलामी की नोटिस चस्पा कर दी गई है।

अदालत ने संभावित खरीदारों को गुरुवार को कोठी देखने का अवसर प्रदान किया था। कोर्ट के प्रतिनिधि की उपस्थिति में जो खरीदारी के इच्छुक लोग कोठी देखने पहुंचे। इस विशाल कोठी से न केवल बाबू केडी सिंह की यादें जुड़ी हुई है। बल्कि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के समकालीन कवि एवं साहित्यकार उनके बड़े भाई कुंवर राजेंद्र सिंह का बचपन भी इसी कोठी में बीता था। कुंवर राजेंद्र सिंह ने कई किताबें लिखीं। कोठी का निर्माण उनके पिता राय बहादुर रघुनाथ सिंह ने कराया था।

96

उनके 6 पुत्र थे। जिनमें से कुंवर दिग्विजय सिंह यानी बाबू केडी सिंह पांचवें स्थान पर थे। उनके अन्य पांच भाई कुंवर राजेंद्र सिंह कुंवर भूपेंद्र सिंह कुंवर सुखदेव सिंह कुंवर नरेश सिंह तथा कुंवर सुरेश सिंह का परिवार इस कोठी के दावेदारों में शामिल है। परिजनों के अनुरोध पर ही अदालत ने कोठी की नीलामी के आदेश दिए हैं। अब जबकि कोर्ट ने नीलामी की तारीख मुकर्रर कर दी है, पूरा शहर हतप्रभ है।

विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी थे बाबू केडी सिंह

 केडी सिंह बाबू अंतरराष्ट्रीय खेल जगत में एक बड़ा नाम है। बाराबंकी में भी उनके चाहने वालों की बड़ी संख्या है। 14 वर्ष की अवस्था में देवा मेला के खेल मैदान से अपनी खेल प्रतिभा का परिचय देकर केडी सिंह अंतरराष्ट्रीय खेल जगत पर छा गए थे। उन्हें दुनिया का सर्वश्रेष्ठ हॉकी खिलाड़ी माना जाता है। इसी कारण से उन्हें हेल्म्स थर्ड फाउंडेशन ने उन्हें हेल्म्स ट्रॉफी प्रदान की थी। जिसे अंतरराष्ट्रीय जगत में खेल का नोबेल पुरस्कार माना जाता है।
इनसेट

एक स्वर से उठी राष्ट्रीय स्मारक बनाने की मांग 

अब जबकि कोठी की नीलामी तय हो चुकी है जिले के साहित्यकारों समाजसेवियों और राजनितिज्ञों ने एक स्वर से इस कोठी को राष्ट्रीय स्मारक और संग्रहालय बनाए जाने की मांग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेज कर की है। मांग करने वालों में खाद एवं रसद राज्य मंत्री सतीश चंद्र शर्मा सांसद उपेंद्र रावत भाजपा जिला अध्यक्ष अरविंद मोर वरिष्ठ साहित्यकार और राष्ट्रभाषा परिषद के अध्यक्ष अजय सिंह जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत पूर्व बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भारत सिंह, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष रामनाथ मौर्य,  यादव पूर्व भाजपा जिला उपाध्यक्ष भारत लाल सिंह अधिवक्ता श्रवण सिंह पूर्व की खिलाड़ी सलाहुद्दीन बलराम सिंह ने मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।

इस संदर्भ में वरिष्ठ साहित्यकार अजय सिंह के नेतृत्व में प्रतिदिन मंडल ने गुरुवार को जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार से मिलकर उनसे बाबू केडी सिंह की कोठी को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने के लिए प्रयास करने का अनुरोध किया। अजय सिंह का कहना है कि प्रभारी मंत्री जितिन प्रसाद ने भी उन्हें आश्वासन दिया है कि कोठी को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने के लिए वह पूरा प्रयास करेंगे। इस संदर्भ में भाजपा नेताओं का एक प्रतिदिन मंडल जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलेगा।

यह भी पढ़ें:-गोंडा: क्षेत्र पंचायत की बैठक में 18 करोड़ के विकास कार्यों पर लगी मुहर, जानिए क्या बोले विधायक