Kanpur: 25 साल की उम्र में 26 मुकदमें, 17 वर्ष में किया था पहला अपराध, इस तरह खाकी को भी देता रहा चकमा

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Published By Nitesh Mishra
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कानपुर पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर को जेल भेजा

कानपुर, अमृत विचार। लूट, हत्या का प्रयास, दुष्कर्म, कुकर्म, रंगदारी, आर्म्स एक्ट समेत अन्य संगीन मामलों के आरोपी एक लाख के इनामी हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर को गुरुवार को पुलिस ने जेल भेजा। हिस्ट्रीशीटर बीते 28 जनवरी को अपना दल एस की रैली पर पथराव करने पर हिस्ट्रीशीटर व उसके साथियों के खिलाफ हत्या का प्रयास समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। 

जिसके बाद हिस्ट्रीशीटर ने धारा के अनुसार 307 के नाम से एक वाट्सएप ग्रुप बनाया था। जिसमें हिस्ट्रीशीटर समेत नामजद आठ आरोपी मेंबर थे। पुलिस की सारी एक्टिविटी व अखबारों में प्रकाशित होने वाली खबरें ग्रुप में शेयर की जाती थी। साथ ही सभी आरोपी एक दूसरे से सरेंडर करने पर भी चर्चा करते थे।

बर्रा के जरौली में बीती 28 जनवरी को अपना दल एस की रैली पर हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर ने अपने गुर्गे शिवांश ठाकुर, अभय भदौरिया, आकाश द्विवेदी, शिवम सोनकर, साहिल सोनकर उर्फ शेरा व गौतम मोगा ने मारपीट व पथराव किया था। 

जिसमें चार लोग घायल हो गए थे और एक दर्जन से अधिक गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं थीं। जरौली फेस वन निवासी आलोक कुमार की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रयास समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। 

जिसके बाद से हिस्ट्रीशीटर समेत उसके साथी फरार चल रहे थे। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने फरार आरोपियों पर 25-25 हजार व हिस्ट्रीशीटर पर एक लाख का इनाम घोषित किया था। पुलिस मामले को दो आरोपियों को जेल भेज चुकी थी। वहीं एक लाख के इनामी अजय ठाकुर को पुलिस ने दिल्ली के रोहिणी जिले से गिरफ्तार किया था। गुरुवार को डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार में मामले में प्रेस कांफ्रेस की। 

डीसीपी साउथ ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी सबसे पहले कानपुर देहात, रूरा गया था। इसके बाद घाटमपुर और फिर पंजाब पहुंचा। पंजाब में पुलिस टीम को आरोपी के होने की जानकारी हुई। जब तक टीम पहुंची तब तक अजय ठाकुर मौके से फरार हो गया था। पंजाब के बाद अजय दिल्ली के रोहिणी जिला निवासी अपने रिश्तेदार के घर में छिपा हुआ था। 

डीसीपी ने बताया कि इस दौरान हिस्ट्रीशीटर ने करीब चार से पांच मोबाइल नंबर बदले थे। हिस्ट्रीशीटर लगातार करीबियों से इंटरनेट कॉलिंग के जरिए संपर्क में था। सर्विलांस टीम को आरोपी की लोकेशन दिल्ली में मिल रही थी, जिसके बाद छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया।

25 साल की उम्र में 26 मुकदमें

हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ वर्ष 2016 में बर्रा थाने में बंधक बनाकर रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज किया गया था। पहला मुकदमा दर्ज होने के दौरान हिस्ट्रीशीटर की उम्र महज 17 साल की थी। इसके बाद दूसरा मुकदमा आर्म्स एक्ट का दर्ज किया गया। इसके बाद आरोपी के खिलाफ बर्रा, नौबस्ता, गोविंद नगर, किदवई नगर में रेप, कुकर्म, पॉक्सो एक्टर, हत्या का प्रयास, घर में घुसकर मारपीट, लूट समेत तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।

अपना दल एस की रैली पर हमला करने के बाद हिस्ट्रीशीटर ने बर्रा थाना क्षेत्र निवासी किशोरी का अश्लील वीडियो वायरल करने के नाम पर उसके भाई से रंगदारी मांगी थी। जिसके बाद पुलिस ने 26वां मुकदमा हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ दर्ज किया। डीसीपी ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ 25 साल की उम्र में 26 मुकदमें विभिन्न थानों में दर्ज है।

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