प्रयागराज: नीम का पेड़ बना कौतूहल का केंद्र, लोग कर रहे पूजा, वैज्ञानिक बोले- निकल रही है निमाव
प्रयागराज। प्रयागराज के गडै़या कला गांव में जो जारी पावर हाउस के ठीक सामने है, एक नीम के पेड़ से सफेद रंग का गाढ़ा रस निकाल रहा है। जो लोगों के लिए कौतूहल का केंद्र बन गया है। रविवार सुबह से ही यहां महिलाओं की भीड़ लग गई है। कई श्रद्धावान लोग अपने घरों से चुनरी लाकर चढ़ा रहे हैं। नीम के पेड़ में माता शीतला देवी का बास माना जाता है । इस नीम के पेड़ में भी शीतला मांता के प्रकट के होने की बात कही जा रही हैं।
कौंधियारा थाना क्षेत्र के जारी बाजार के दक्षिणी छोर पर रीवा रोड नेशनल हाईवे के किनारे इस नीम के पेड़ की पूजा अर्चना शुरू हो चुकी है। धीरे-धीरे बात दूर तक फैलती जा रही है। लोग इस पेड़ को देखने के लिए आतुर हैं। नीम के पेड़ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। श्रद्धालु मनौतिया भी मांग रहे हैं।

बस्ती के कई लोग बताते हैं कि अपने जीवन काल में इस तरह का अचरज नहीं देखा ,जब किसी नीम के वृक्ष से दूध जैसी धार निकल रही हो। विज्ञान लेखक विजय चितौरी के अनुसार पेड़ पौधों में इस तरह की गोंद निकालने की प्रक्रिया एक सामान्य प्रक्रिया है कभी-कभी पेड़ों की शिराएं क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण टहनियों से अचानक इस तरह की गोंद निकलने लगती है।

यह गोंद खाने पर बहुत कड़वी होती है। फिलहाल गांव वालों के लिए यह पेड़ दर्शनीय बना हुआ है। वैसे भी इस देश में आस्था प्रबल है। सनातन धर्मी पत्थर, वृक्ष नदी, पहाड़, सूर्य, चंद्रमा और हवा की पूजा परंपरागत रूप से करते आ रहे हैं। कुछ अलग दिखा तो वहां देवता की उपस्थिति लोग मानने लगते हैं। वह स्थान पूजा का केंद्र बन जाता है।
