रुद्रपुर: किसानों की हुंकार पर सहमी पुलिस, मंडी को बनाया छावनी
रुद्रपुर, अमृत विचार। संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के आह्वान के बाद बिगवाड़ा मंडी परिसर में किसानों की हुंकार की सूचना ने पुलिस को सहमा कर रख दिया और परिसर में किसानों के एकत्रित होने की सूचना मिलते ही मंडी को छावनी में तब्दील कर दिया गया।
खुद एसएसपी ने परिसर का मौका मुआयना किया और किसानों के तेबर की जानकारी ली। इस दौरान एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करते हुए किसानों ने सभा के माध्यम से केंद्र सरकार पर जमकर भड़ास निकाली और मंडी का कामकाज ठप कर दिया। किसानों ने ऐलान किया कि यदि उनकी मांगों पर केंद्र सरकार ने जल्द निर्णय नहीं लिया तो दिल्ली के लिए सैकड़ों ट्रैक्टर कूच करेंगे।
शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन और तराई किसान संगठन ने मिलकर संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले मंडी परिसर में धरना प्रदर्शन किया। तराई किसान संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष तजिंदर सिंह विर्क के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान बिगवाड़ा मंडी पहुंचे और मंडी का कार्य रुकवा दिया। जिसकी सूचना मिलते ही कोतवाल धीरेंद्र कुमार और बसंती आर्या भारी पुलिस बल के साथ मंडी पहुंची।
जहां किसानों ने धरना प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। वक्ताओं का कहना था कि वर्तमान में देश का किसान, जवान और मजदूर केंद्र सरकार की नीतियों से परेशान हो चुका है। संयुक्त किसान मोर्चा ने भारत बंद का आह्वान करते हुए केंद्र सरकार से सभी फसलों का एमएसपी खरीद की गारंटी का कानून बनाने, किसानों का संपूर्ण कर्ज मुक्ति अध्यादेश पारित करने, श्रमिकों के लिए 26000 रुपये प्रतिमाह न्यूनतम वेतनमान लागू करने, श्रमिकों पर थोपे गए चार श्रम संहिताओं को निरस्त करने, रोजगार की गारंटी का मौलिक अधिकार देने की मांग की।
इसके अलावा पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने, रेलवे, रक्षा, बिजली सहित सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण को रद्द करने, नौकरियों का संविदाकरण बंद करने, 200 दिन का कार्य सहित 600 रुपये दैनिक मजदूरी करने, औपचारिक एवं अनौपचारिक अर्थव्यवस्था में सभी की पेंशन व सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था लागू करने, प्रत्येक किसान परिवार को दस हजार रुपये मासिक पेंशन देने, आईपीसी 104 को समाप्त करने, एलएलआर अधिनियम का पुनर्वास व विस्थापन में उचित मुआवजा देने, लखीमपुर खीरी कांड के मुख्य आरोपी के पिता एवं केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने, केरल की तर्ज पर 13 सब्जियों पर खरीद का कानून बनाने, होम लोन की सुविधा मुहैया कराने, कृषि यंत्रों पर जीएसटी को समाप्त करने का मुद्दा उठाया। किसानों ने ऐलान किया कि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
इस अवसर पर विक्रमजीत सिंह, सुखविंदर सिंह, जसवीर सिंह, गुरजीत सिंह, सतनाम सिंह, हरपाल सिंह, हीरा विर्क, इकबाल सिंह, सर्वदयाल सिंह, गगन सिंह, जरनैल सिंह, अमृतपाल सिंह, जसवीर सिंह, हरपिंदर सिंह, कुलदीप सिंह आदि मौजूद रहे।
केंद्र सरकार पर जमकर बरसे विर्क
रुद्रपुर। लखीमपुर खीरी में हुए थार प्रकरण में घायल हुए तराई किसान संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष तजिंदर सिंह विर्क ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार बार-बार संयुक्त किसान मोर्चा को भ्रमित कर रही है। एमएसपी मुद्दे को लेकर जहां तीन-तीन केंद्रीय मंत्री नेताओं से वार्ता कर रहे हैं। वहीं पुलिस प्रशासन किसानों की राह में कीले बिछा रही है। शांतिपूर्ण ढंग से शंभू बॉर्डर पर बैठे किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। जिसमें घायल एक किसान शहीद भी हो गया है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कांग्रेस महानगर अध्यक्ष शर्मा ने दिया समर्थन
रुद्रपुर। बिगवाड़ा मंडी में एमएसपी मुद्दे को लेकर धरना दे रहे किसानों को अपना समर्थन देते हुए कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार देश की जनता की भूख मिटाने वाले किसानों को जानबूझकर प्रताड़ित कर रही है। काला कृषि कानून मामले में भी सरकार को पीछे हटना पड़ा और लगातार किसान, जवान और मजदूरों का शोषण करना अंग्रेजी हुकूमत की याद दिलाता है। जिन्होंने क्रांतिकारियों को रोकने के लिए जलियांवाला बाग कांड को अंजाम दिया। कांग्रेस पहले भी किसानों के साथ थी और वर्तमान आंदोलन में भी साथ रहेगी।
नहीं बनी बात, जिले से 500 ट्रेक्टर करेंगे कूच
रुद्रपुर। धरना प्रदर्शन के दौरान किसान नेताओं ने कहा कि यदि केंद्र सरकार ने जल्द अपना इरादा साफ नहीं किया तो जिले से 500 ट्रेक्टर दिल्ली कूच करने के लिए तैयार हैं। बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा का आदेश आते ही किसान ट्रैक्टर से दिल्ली कूच करेंगे। बावजूद किसान अब मन बना चुका है कि किसी भी कीमत पर मांगों को लेकर हठधर्मी सरकार को झुकाया जाएगा। इस महा आंदोलन में किसान और मजदूर सभी एकजुट हैं।
